नई दिल्लीः साहित्य के क्षेत्र में प्रतिष्ठित बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान दिल्ली के साहित्य अकादमी सभागार में दिया गया. यह पुरस्कार कथा एवं कविता के लिए बारी-बारी से दिया जाता है. यह सम्मान योजना आरा निवासी प्रेमचंदकालीन साहित्यकार बनारसी प्रसाद भोजपुरी की स्मृति में वर्ष 1989 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य बिहार की संभावनाशील तथा महत्त्वपूर्ण रचनाशीलता को सम्मानित करना है. याद रहे कि इस बार के आयोजन में  'बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान' वर्ष 2012 के लिए कवयित्री अनामिका को, 2013 के लिए कथाकार डॉ रणेंद्र कुमार को, 2014 के लिए कवि रंजीत वर्मा को,  2016 के लिए कवि संजय कुंदन को एवं 2017 के लिए कहानीकार पंकज मित्र को दिया गया. डॉ रणेंद्र कुमार को यह सम्मान पंकज बिष्ट ने प्रदान किया. वहीं, पंकज मित्रा को कथाकार बलराम ने सम्मान प्रदान किया. इस मौके पर डॉ मैनेजर पांडेय व भागलपुर विवि के हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार और आलोचक गोपेश्वर सिंह भी मौजूद थे. इस अवसर पर बनारसी प्रसाद भोजपुरी रचनावली का लोकार्पण भी हुआ.

इस बार के निर्णायक मंडल में आलोचक डॉ खगेंद्र ठाकुर, डॉ रविभूषण, कवि मदन कश्यप व संयोजक डॉ अरविंद कुमार शामिल थे. डॉ रणेंद्र कुमार का कहना था कि इस समारोह में उनके दो उपन्यास 'ग्लोबल गांव के देवता' एवं 'गायब होता देश' की विस्तार से चर्चा की गई. अबतक यह सम्मान वर्ष 1989 में पत्रकारिता के क्षेत्र में अनिल चमड़िया तथा वेद प्रकाश वाजपेयी को संयुक्त रूप से, 1990 में कहानी में विजेन्द्र अनिल को, 1991 में कविता में आलोकधन्वा, 1992 में उपन्यास लेखन के लिए मनमोहन पाठक, 1993 में कहानी में सुरेश कांटक, 1994 में कविता के क्षेत्र में मदन कश्यप, 1995 में कहानी में चन्द्रकिशोर जायसवाल, 1996 में कविता में ज्ञानेन्द्रपति, 1997 में कहानी में अवधेश प्रीत, 1998 में कविता में विमल कुमार, 1999 में कहानी में हेमन्त, 2000 में कविता में बद्रीनारायण, 2001 में कहानी में ह्रषीकेश सुलभ, 2002 में कविता में निलय उपाध्याय, 2003 में कहानी में शैवाल, 2004 में कविता में निर्मला पुतुल, 2005 में कहानी में देवेन्द्र सिंह, 2006 में कविता में अनीता वर्मा, 2007 में कहानी में जयनंदन, 2008 में  गीत में नचिकेता, 2009 में कविता में सुरेन्द्र स्निग्ध, 2010 में कहानी में रामधारी सिंह दिवाकर तथा 2011 में कहानी में ही संतोष दीक्षित को प्रदान किया जा चुका है.समारोह में देश के राजधानी में उपस्थित जानेमाने रचनाकार विश्वनाथ त्रिपाठी, मैनेजर पांडेय, पंकज बिष्ट, गोपेश्वर सिंह, संजीव, रविभूषण, वंदना राग, ओम निश्चल,आशीष त्रिपाठी और विनोद तिवारी सहित काफी संख्या में साहित्यकार मौजूद थे.