नई दिल्लीः नई कहानी आंदोलन की त्रयी के महत्त्वपूर्ण सदस्य रहे कथाकार और संपादक राजेन्द्र यादव की स्मृति में हर साल दिया जाने वाला 'राजेन्द्र यादव हंस कथा सम्मान' साल 2018 में प्रत्यक्षा को उनकी कहानी 'बारिश के देवता' के लिए दिए जाने की घोषणा की गई है. प्रत्यक्षा की यह कहानी दिसंबर 2017 में प्रकाशित हुई थी. 'राजेन्द्र यादव हंस कथा सम्मान 2018' के तहत उन्हें सम्मान स्वरूप इक्कीस हजार रुपए की राशि दी जाएगी. पुरस्कृत कहानियों का चयन अगस्त 2017 से जुलाई 2018 के दौरान हंस में प्रकाशित कहानियों में से किया गया है.
इस बार 'राजेन्द्र यादव हंस कथा सम्मान' के निर्णायक कथाकार उदय प्रकाश थे. यह पुरस्कार 28 अगस्त 2018 को राजेन्द्र यादव के जन्मदिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में शाम 5.30 बजे से आयोजित समारोह में दिया जाएगा.
इस कार्यक्रम के साथ ही हंस ने इस साल हंस के एक सम्मानित विक्रेता को भी सम्मानित करने की घोषणा की है. हंस ने वर्ष 2017 से योजना बनाई थी कि हंस के विक्रेता को सम्मानित किया जाए. पत्रिका ने अपने फेसबुक पेज पर इसकी घोषणा करते हुए कहा है कि हंस का हर विक्रेता हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि समाज में साहित्यिक रचनाओं को पहुंचाने और लोगों को साहित्य के प्रति प्रेरित करने में हर विक्रेता का योगदान सम्मानीय है. इस वर्ष हंस विक्रेता सम्मान दिल्ली के वितरक 'एम. एल. एंड संस' को दिया जा रहा है. यह सम्मान राजेन्द्र यादव कथा सम्मान समारोह के अवसर पर ही दिया जाएगा.