नई दिल्लीः 24वां दिल्ली पुस्तक मेला प्रगति मैदान में लग गया है और यह दो सितंबर तक चलेगा. किताब प्रेमियों, साहित्यकारों, प्रकाशकों और छात्रों के उत्साह को देखते हुए इस बार मेले में प्रवेश नि:शुल्क है. मेले की थीम 'सर्व शिक्षा अभियान' पर केंद्रित है जिसके लिए प्रकाशकों की ओर से पुस्तक प्रदर्शनी और स्टॉल के अलावा परिचर्चा, पुस्तक लोकार्पण जैसे कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं. मेले का आयोजन भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद और भारतीय प्रकाशक संघ द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है, इसलिए पुस्तक मेले के साथ ही स्टेशनरी मेला, ऑफिस ऑटोमेशन मेला और कॉरपोरेट उपहार मेला भी आयोजित किया गया है. मेले में 120 से अधिक स्टॉल लगे हैं, जिनमें बाल साहित्य, क्लासिक ,कथा एवं गैर कथा, अकादमिक पुस्तकों की एक विस्तृत श्रृंखला के अलावा डिजिटल पुस्तकें भी प्रदर्शित हुई हैं.
आइटीपीओ के कार्यकारी निदेशक दीपक कुमार के मुताबिक मेले में साहित्य अकादमी, हिंदू, उर्दू, पंजाबी, सिंधी, संस्कृत अकादमी सहित प्रकाशन विभाग के स्टाल लगाया गया है और सभी स्कूल-कॉलेजों के प्रधानाचार्यों को भी भागीदारी के लिए पत्र लिखा गया है. हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि प्रगति मैदान में निर्माण और मरम्मत कार्य के चलते अबकी बार यह मेला छोटे स्तर पर आयोजित किया गया है.
एफआइपी यानी भारतीय प्रकाशक संघ के नवीन गुप्ता का कहना था कि पुस्तक मेले में पुस्तक लोकार्पण, संगोष्ठियां, कवि सम्मेलन, साहित्य चर्चा, लेखक से मिलिए जैसे कार्यक्रम आयोजित करने के साथ ही दिल्ली सरकार और नगर निगम के स्कूलों में चौथी और पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के लिए एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया है. इसके लिए करीब 500 बच्चों को बुलाया गया है और प्रकाशकों ने तय किया है कि सभी को उपहार स्वरूप पुस्तकें भी दी जाएंगी. दिल्ली विश्वविद्यालय और इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा झुग्गियों में रहने वाले बच्चों के लिए भी कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. पुस्तक मेला हॉल नंबर सात में लगा है, जिसका प्रवेश गेट नं. एक, आठ और दस से है. इस दौरान मुफ्त शटल सेवा भी उपलब्ध कराई गई है. मेले का समय सुबह 10 से रात आठ बजे तक है. आयोजकों ने मेले के अंतिम दिन दो सितंबर को बेहतर पुस्तक प्रकाशन के लिए प्रकाशकों को पुरस्कार देने की व्यवस्था भी की है. यह सारी बातें आयोजकों ने दो दिन पहले एक पत्रकार वार्ता करके भी दी थी, जिसमें आइटीपीओ के महाप्रबंधक डीके जैन और एफआइपी के अशोक गुप्ता भी मौजूद थे. आयोजकों को उम्मीद है कि इस बार ज्यादा से ज्यादा पुस्तक प्रेमी मेले में जुटेंगे.