नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में केंद्र सरकार भारतीय भाषाओं को प्रमुखता देने के अभियान में तेज गति से काम कर रही है. स्वयं प्रधानमंत्री मोदी हर राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी बात भारतीय भाषाओं में रखकर इस प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रहे हैं. उनकी देखादेखी दूसरे मंत्रालय भी भारतीय भाषाओं में परस्पर अनुवाद को तरजीह देने लगे हैं. जैसे हाल ही में प्रकाशन विभाग ने दत्त प्रसाद जोग के 'गीत रामायण' का हिंदी रूपांतरण लाने की घोषणा की. खास बात यह कि यह निर्णय भी स्वयं केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की उपस्थिति वाली उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया.


इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने स्वयं इस बात की जानकारी पत्र लिखकर आयुष मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री श्रीपद नाईक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और गोवा के कला एवं संस्कृति, जनजातीय कल्याण एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता कार्य मंत्री गोविंद एस. गावड़े को भी दी. याद रहे कि गीत रामायण 'महाकाव्य रामायण' की घटनाओं का क्रमवार वर्णन करने वाले 56 मराठी गीतों का संग्रह है. वर्ष 1955-1956 में पहली बार इसका प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो, पुणे द्वारा किया गया था. 'गीत रामायण' को उसके गीत, संगीत और गायन के लिए सराहा गया. जी. डी. मडगुलकर द्वारा लिखित और सुधीर फड़के की संगीत रचना वाले इन गीतों को 'मराठी सुगम संगीत का मील का पत्थर' और रामायण का 'सबसे लोकप्रिय' मराठी संस्करण माना जाता है. जाहिर है अब हिंदी भाषी श्रोता भी इसका आनंद उठा सकेंगे.