नई दिल्लीः कोरोना वायरस ने एक बार फिर इनसानों को एक दूसरे से जोड़ दिया है और एक-दूसरे पर हमारी निर्भरता को साबित कर दिया है. इसी भावना से भारतीय राजनयिक अभय कुमार ने एक गीत लिखा, जिसे अर्थ एंथम का नाम दिया गया है. मेडागास्कर में अभी भारत के राजदूत अभय कुमार के लिखे इस गीत को संगीतकार डॉ एल सुब्रमण्यम ने सुरों से सजाया है और कविता कृष्णमूर्ति और बिंदु सुब्रमण्यम ने अपनी आवाज दी है. याद रहे कि इस गाने को वर्ष 2017 में डॉ सुब्रमण्यम ने पहली बार इंग्लिश धुन के साथ इसे प्रस्तुत किया था. जिसका दुनियाभर की 50 से अधिक भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है. भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी अभय कुमार ने वर्ष 2008 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में तैनाती के दौरान यह एंथम लिखा था.

अभय कुमार का कहना है कि यह गीत उन्होंने भारत के प्राचीन ग्रंथों में सम्मिलित संस्कृत के वसुधैव कुटुम्बकम की भारतीय भावना से प्रेरित होकर लिखा था. उनका कहना है कि कोरोना वायरस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि हम चाहे जिस भी देश के नागरिक हों, किसी भी रंग, धर्म व वर्ण से, लेकिन हम खुद को पूरी तरह दुनिया से अलग नहीं कर सकते, ठीक उसी तरह पर्यावरण, प्रदूषण, जैव विविधता और जलवायु से होने वाली हानि हम सबको प्रभावित करता है. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम दुनिया के किस हिस्से में रह रहे हैं. हम सबकी जिंदगी एक दूसरे पर निर्भर है और इसे खुले दिल से स्वीकार करने की जरूरत है.  याद रहे कि अभय के अंग्रेजी के कवि हैं. उनके 8 काव्य संकलन आ चुके हैं.