नई दिल्लीः राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा 05 से 13 जनवरी 2019 तक प्रगति मैदान में लगाया गया नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला सफलतापूर्वक संपन्न हो गया. मेले में हर दिन सुबह से ही पुस्तक प्रेमियों की जो भारी भीड़ देखने को मिल रही थी, वह क्रम आखिरी दिन मेला समाप्त होने तक कायम था. पुस्तक प्रेमी अपनी पसंदीदा पुस्तकों का बैग हाथ में लेकर चलते हुए अत्यंत प्रसन्न थे वहीं अभिभावक अपने बच्चों के साथ पूरे उत्साह एवं जोश से पूर्ण नज़र आए. सभी का उत्साह देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो मेले के समाप्त होने से पूर्व वे इसका भरपूर लाभ उठा लेना चाहते हों. वर्ष-दर-वर्ष नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले की बढ़ती ख्याति यह साबित करती है कि निसंदेह ज्ञान और अच्छे साहित्य की चाहत तथा पुस्तकों के प्रति लोगों में आकर्षण बढ़ रहा है. पुस्तकों की चाहे कितनी ही नई तकनीकें क्यों न विकसित हो जाएं, मुद्रित पुस्तकों का रोमांच सदैव कायम रहेगा.

इस वर्ष मेले में 'दिव्यांगजनों की पठन आवश्यकताओं' को प्रदर्शित करता हुआ विशेष रूप से निर्मित थीम मंडप दर्शकों के विशेष आकर्षण का केंद्र रहा. मेले के दौरान थीम मंडप पर आयोजित हुए कार्यक्रमों एवं गतिविधियों के माध्यम से पाठकों ने थीम के विषय से संबंधित विभिन्न उपयोगी जानकारियां प्राप्त कीं. मेले में आने वाले लोगों ने इस वर्ष मेले की थीम 'दिव्यांगजनों की पठन आवश्यकताएं' को अत्यधिक सराहा. जहां एक ओर पुस्तक मेला बच्चों के लिए कुछ खास था वहीं दूसरी ओर युवाओं सहित सभी आयु-वर्गों के पाठकों की उत्साहपूर्वक भागीदारी देखने को मिली. इस भव्य पुस्तक मेले की सफलता का अंदाज़ा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि इस बार नौ लाख से अधिक लोग पुस्तक मेले में आए. पुस्तक मेले में देश-विदेश से आए पुस्तक प्रेमियों, लेखकों, साहित्यकारों, प्रकाशकों तथा पाठकों ने भाग लिया और विभिन्न देशों के साहित्य एवं संस्कृति से रूबरू होने का सुनहरा अवसर प्राप्त किया.