नोएडाः अमर भारती साहित्य सांस्कृतिक संस्थान 'काव्योत्सव' के नाम से काव्यपाठ का मासिक आयोजन काफी समय से कर रहा है. दिसंबर का यह आयोजन इस बार पहली बार नोएडा में आयोजित हुआ. शिवराज सिंह के संयोजकत्व में आयोजित इस काव्य गोष्ठी के मुख्य अतिथि थे कवि और कथाकार दिविक रमेश और अध्यक्षता की सुरेंद्र सिंघल ने. इस आयोजन के बारे में दिविक रमेश ने सोशल मीडिया के पेज पर टिप्पणी लिखी, 'अपने शहर का प्यार कितने मायने रखता है इस सच को वह भी जानता है, जिसे वह मिल नहीं पाता और वह भी जिसे वह बिन मांगे मोती की तरह मिल जाता है. घर का जोगी जोगड़ा की कहावत को खारिज करते हुए. आलोक यात्री और उनकी सौजन्यता से जो आत्मीयता और सम्मान मिला उसके लिए उनका और संस्था का आभारी हूं. कविता पाठ के इस आयोजन में अनेक कवि थे, जिनमें से बहुतों को पहली बार सुनने का सुखद अवसर मिला. राकेश रेणु, राजा खुगशाल और दिवाकर भट्ट की उपस्थिति ने बहुत सहारा दिया. मित्र धनंजय सिंह के साथ मंच साझा करने का फिर एक बार गौरवपूर्ण अनुभव मिला. बहुत ही बेहतरीन और समृद्ध आयोजन रहा.'

राकेश रेणु की प्रतिक्रिया थी, 'अमर भारती साहित्य संस्कृति संस्थान का नोएडा में कार्यक्रम करने का निर्णय निश्चय ही उत्साहवर्धक है. दशकों पूर्व यहां 'विमर्श' नामक अनौपचारिक साहित्यिक समूह सक्रिय था, जिसकी नियमित बैठकें होती थीं और नोएडा के प्रायः सभी साहित्यकारों का इससे आत्मीय जुड़ाव था. इनमें से राधेश्याम प्रगल्भ, अमर गोस्वामी, रमेश कौशिक आदि अब हमारे बीच नहीं रहे. इस बीच नोएडा के स्वरूप, आकार प्रकार में अप्रत्याशित परिवर्तन होता रहा और उसी के अनुरूप कई साहित्यिक मंच सामने आए, उनकी सक्रियता बढ़ी. लेकिन किसी भी समय में यहां चलने वाली साहित्यिक सक्रियता नोएडा के आकार प्रकार और यहां निवास करने वाली साहित्यिक बिरादरी के लिए पर्याप्त नहीं रही. इस दृष्टि से अमर भारती साहित्य संस्कृति संस्थान का नोएडा आगमन स्वागत योग्य और स्तुत्य है.' इस मासिक काव्य-गोष्ठी के आयोजन में डॉ धनंजय सिंह, गोविंद गुलशन, तरूणा मिश्रा, डॉ आर. के. भदौरिया, आलोक यात्री, राजेन्द्र प्रसाद बंसल, सोनम यादव, सुरेंद्र शर्मा व प्रवीण कुमार आदि का  उल्लेखनीय योगदान रहा.