नई दिल्लीः राजधानी के चर्चित गीतकार, संगीतकार, कवि जगदीश भारद्वाज का आकस्मिक निधन हो गया, मधुर आवाज के धनी भारद्वाज ने देश के प्रसिद्ध लेखकों की रचनाओं को अपनी आवाज दी थी. उनके निधन की सूचना से साहित्य जगत में शोक व्याप्त हो गया. इंद्रप्रस्थ साहित्य अकादमी से जुड़ी कवयित्री डॉ पूनम माटिया ने कहा कि भारद्वाज सशक्त लेखनी के गुणों से भरपूर थे. निधि मुकेश भार्गव ने उनके स्नेहिल व्यक्तित्व को याद करते हुए कहा कि उनकी मधुर आवाज हमेशा जिंदा रहेगी. गीतकार जयसिंह आर्य ने कहा कि भारद्वाज जैसी बहुमुखी प्रतिभा के चले जाने से मुझे व्यक्तिगत क्षति हुई है.
कवि रामचंद्र सिंह ने उन्हें इंसानियत से लबरेज शख़्सियत बताया तो दुर्गेश अवस्थी ने कहां कि वह नये कवियों, लेखकों के लिए अच्छे मार्गदर्शक थे. ओम सपरा ने कहा कि उनकी कमी हमेशा खलेगी. सोनी सुगंधा जमशेदपुर ने कहा साहित्य जगत का एक चमकता हुआ सितारा लुप्त हो गया. डॉ शम्भू पंवार ने कहा विलक्षण प्रतिभा के धनी ऐसी साहित्यिक विभूति को कभी भुलाया नही जा सकता. उनके निधन पर ऑनलाइन कविअ सम्मेलन स्थगित कर दिया गया और शोक व्यक्त करने के लिए भी इसी माध्यम का सहारा लिया गया. उनके निधन पर दुख जाहिर करने वालों में डॉ अतिराज सिंह, ओम प्रकाश प्रजापति, शोभा साचन, सुलक्षणा महाजन, अनिता कपूर, सरोज सिंह, डॉ विनय मेहता, कामना मिश्रा, सुषमा शैली, नरेश मलिक, विनयशील चतुर्वेदी, चंद्रकांता शिवान,शैली भदवारी, ताराचंद शर्मा आदि शामिल हैं.