ई-संवादी
वेदांत अतीत का अवशेष नहीं, भविष्य की रूपरेखा है: 27वें अंतर्राष्ट्रीय वेदांत सम्मेलन में उपराष्ट्रपति धनखड़
नई दिल्ली: "हम सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक हैं जो कई मायनों में अद्वितीय और बेजोड़ है लेकिन विडंबना और पीड़ा की बात है कि इस देश में, सनातन और हिंदू [...]
‘कुछ बनने के बजाय कुछ करने के सपने देखें’ प्रधानमंत्री के इस संदेश संग छात्रों के बीच पहुंचे अश्विनी वैष्णव
नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, रेलवे और इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पुस्तक से प्रेरित नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के एग्जाम वारियर [...]
गुरु सत्यनारायण बोहिदार की 44वीं पुण्यतिथि पर वक्ताओं की मांग, संबलपुरी भाषा को संवैधानिक स्वीकृति मिले
संबलपुर: "संबलपुरी भाषा, संस्कृति व साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए गुरु सत्यनारायण बोहिदार ने 50 सालों तक संघर्ष किया था. संबलपुरी भाषा में लेखन को बढ़ावा दिया, जिसने कई लेखक, कवि व कलाकारों को तैयार किया." संबलपुर [...]
संताली भाषा और साहित्य हमारी सांस्कृतिक पहचान, परंपरा और विरासत का अभिन्न हिस्सा: रबिंद्रनाथ मुर्मू
जमशेदपुर: "संताली साहित्य में हमारे पूर्वजों के संघर्ष, उनकी मान्यताओं, रीति-रिवाजों और जीवनशैली का अनमोल खजाना छिपा हुआ है. इसे सहेजना और आगे बढ़ाना वर्तमान पीढ़ी की जिम्मेदारी है." यह बात 37वें इंटरनेशनल संताली राइटर्स [...]
गृह मंत्री अमित शाह ने ‘जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख: सातत्य और सम्बद्धता का ऐतिहासिक वृत्तांत’ पुस्तक का विमोचन किया
नई दिल्ली: "हमारे देश के हर हिस्से में मौजूद संस्कृति, भाषाएं, लिपियां, आध्यात्मिक विचार, तीर्थ स्थलों की कलाएं, वाणिज्य और व्यापार, हजारों साल से कश्मीर में उपस्थित थे और वहीं से देश के कई हिस्सों में पहुंचे. [...]
मातृभाषा हमारे अस्तित्व का मूल आधार, युवा इसे अपनाएं और लिखने-पढ़ने की आदत विकसित करें: सुचित्रा हांसदा
जमशेदपुर: क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के प्रयास अब जमीनी स्तर पर दिखने लगे हैं. संताली साहित्य को लेकर जिस तरह का विमर्श इन दिनों बढ़ा है वह इसी का [...]