ई-संवादी
हमारी सांस्कृतिक पहचान का सार हमारे बुजुर्गों के ज्ञान तथा बुद्धिमत्ता के गहराई से निहित है: बीएल वर्मा
नई दिल्ली: "हमारी सांस्कृतिक पहचान का सार हमारे बुजुर्गों के ज्ञान और बुद्धिमत्ता की गहराई से निहित है. 'आराधना' सिर्फ उम्र बढ़ने का उत्सव नहीं है, बल्कि भारत की परंपराओं और सांस्कृतिक मूल्यों को [...]
सच्चिदानंद जोशी ने कथा-संधि कार्यक्रम में सुनाए रचनात्मक किस्से, किया ‘वन योगिनी’ एवं ‘आल द बेस्ट’ का पाठ
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी ने अपने प्रतिष्ठित कार्यक्रम शृंखला 'कथा-संधि' में प्रख्यात कथाकार सच्चिदानंद जोशी के कथा पाठ का आयोजन किया. डा जोशी ने सर्वप्रथम अपनी कहानी 'वन योगिनी' का पाठ किया. कहानी एक [...]
हमारा सांस्कृतिक पुनरुत्थान प्राचीन ज्ञान को समकालीन प्रथाओं के साथ एकीकृत करता है: उपराष्ट्रपति धनखड़
नई दिल्ली: "भारत ललित कलाओं की सोने की खान है. हमारा सांस्कृतिक पुनरुत्थान प्राचीन ज्ञान को समकालीन प्रथाओं के साथ एकीकृत करता है, जिससे भारत की सांस्कृतिक महाशक्ति के रूप में छवि [...]
वर्तमान सुधारों ने छात्रों, युवाओं को आत्मविश्वास से भरा साथ ही विश्व स्तर पर उनका सम्मान बढ़ाया: डा जितेंद्र सिंह
नई दिल्ली: केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार तथा प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डा जितेंद्र सिंह ने छात्रों को 2047 के भारत का [...]
वर्तमान समय में समाज में अध्यनशीलता एवं लेखन विधा को और भी मजबूत बनाने की आवश्यकता: ऋतु खण्डूडी
देहरादून: "साहित्य व लेखन विधा ने समाज में जीवन मूल्यों एवं परंपराओं को सुदृढ़ किया है. आज समाज में अध्ययनशीलता और लेखन विधा को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है." उत्तराखंड [...]
किताबें ऐसी मित्र हैं, जो हमें चेतना देती हैं और कभी नीचा नहीं दिखातीं: ‘लेखक से भेंट’ कार्यक्रम में ममता कालिया
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी के 'लेखक से भेंट' कार्यक्रम में प्रख्यात लेखिका ममता कालिया पाठकों से रूबरू हुईं. कार्यक्रम का आरंभ साहित्य अकादेमी के सचिव के श्रीनिवासराव द्वारा अंगवस्त्रम एवं साहित्य अकादेमी [...]