ई-संवादी
पूर्वोत्तर की प्राकृतिक सद्भावना लोगों को आत्म-खोज और आंतरिक शांति प्रदान करती है: उपराष्ट्रपति धनखड़
गुवाहाटी: "भारत ने लंबे समय से शांति, सद्भाव, भाईचारे और आध्यात्मिकता के सिद्धांतों का उदाहरण प्रस्तुत किया है. हमारा प्राचीन दर्शन, 'वसुधैव कुटुम्बकम' - जिसका अर्थ है 'विश्व एक परिवार है' - भारतीय सभ्यता और संस्कृति [...]
आदिवासी भाई-बहन, प्राकृतिक जीवन-शैली के माध्यम से संचित किए हुए ज्ञान का भंडार हैं: राष्ट्रपति मुर्मु
रायपुर: "छत्तीसगढ़ की धरती आदिवासी संस्कृति और परंपराओं से समृद्ध है. जनजातीय समाज के लोग प्रकृति को करीब से समझते हैं और सदियों से पर्यावरण के साथ समन्वय बनाकर जीवन-यापन कर [...]
भारतीय अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी मानवता की भलाई के लिए है: सरदार पटेल स्मृति व्याख्यान में डा सोमनाथ
नई दिल्ली: इसरो और अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष, अंतरिक्ष विभाग के सचिव और प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डा एस सोमनाथ ने आकाशवाणी की ओर से नई दिल्ली के रंग भवन में आयोजित प्रतिष्ठित [...]
वैदिक मंत्रोच्चार मानवता की सबसे प्राचीन और अखंड मौखिक परंपराओं में से एक: उपराष्ट्रपति धनखड़
शृंगेरी: "सनातन का मतलब है समानुभूति, सहानुभूति, करुणा, सहिष्णुता, अहिंसा, सदाचार, उदात्तता, धार्मिकता, और यह सब एक शब्द में समाहित है, समावेशिता. हमें इस देश में शिक्षा की जरूरत नहीं है. हमें धार्मिक शिक्षा और उपदेश की जरूरत नहीं है." उपराष्ट्रपति [...]
हमारे ऋषि, संत और शास्त्र दर्शन, सभी के कल्याण एवं समावेशिता की बात करते हैं: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
बेंगलुरु: "हमारे ऋषि, संत और शास्त्र दर्शन, सभी के कल्याण एवं समावेशिता की बात करते हैं और यह 'वसुधैव कुटुम्बकम' और यहां तक कि हमारे जी20 के आदर्श वाक्य में समाहित है." उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कर्नाटक [...]
चाणक्य रक्षा संवाद में ‘राष्ट्र निर्माण में प्रेरक: व्यापक सुरक्षा के माध्यम से विकास को बढ़ावा देना’ विषय पर परिचर्चा
नई दिल्ली: भारतीय सेना द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय परिचर्चा 'चाणक्य रक्षा संवाद' का दूसरा संस्करण स्थानीय मानेकशा सेंटर में संपन्न हुआ. इस दो दिवसीय कार्यक्रम में भारत और विदेश के नीति निर्माता, रणनीतिक विचारक, शिक्षाविद, रक्षाकर्मी, अनुभवी [...]