ई-संवादी
विकास, राष्ट्रवाद और सकारात्मक शासन को सिर्फ संविधान की प्रस्तावना के नजरिए से देखा जाना चाहिए: उपराष्ट्रपति धनखड़
नई दिल्ली: "बाइबल में कहा गया है, अपने पड़ोसी से अच्छे कारण से प्रेम करो. गांधीजी ने कहा, सच बोलो क्योंकि ज्यादातर लोग ऐसा नहीं करते. अहिंसक बनो क्योंकि हम [...]
हिंदी भारत की आत्मा और पहचान है, इसने समाज और राष्ट्र के विकास में अहम भूमिका निभाई: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला
इटावा: "हिंदी भारत की आत्मा और पहचान है. भारतीय भाषाओं, विशेषकर हिंदी ने समाज और राष्ट्र के विकास में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि हिंदी ने देश की [...]
कृष्णा सोबती जन्मशती संगोष्ठी: वक्ताओं ने कहा, उनका साहित्य बंदिशें तोड़ता है, उनकी भाषा मर्मभेदी और स्त्रीत्व की भाषा
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित दो दिवसीय कृष्णा सोबती जन्मशती संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक ने की. कवि एवं आलोचक गिरधर राठी [...]
हमेशा आनलाइन रहने वाली संस्कृति में चिंतन या मानसिक विश्राम के लिए समय बहुत कम मिलता है: विजया भारती सयानी
नई दिल्ली: "हमेशा आनलाइन रहने वाली संस्कृति में अक्सर चिंतन या मानसिक विश्राम के लिए बहुत कम स्थान रहता है, जिससे तनाव में वृद्धि होती है." यह बात राष्ट्रीय मानव [...]
अयोध्या से काशी तक सांस्कृतिक पुनर्जागरण और पर्यटन विकास में ऐतिहासिक उपलब्धियां: केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री शेखावत
नई दिल्ली: केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि नरेन्द्र मोदी सरकार के अब तक के कार्यकाल में 'सबका साथ, सबका विकास' और 'विकास भी [...]
प्रामाणिक संवाद और सार्थक अभिव्यक्ति की कमी से आजकल संस्थागत चुनौतियां उत्पन्न होती हैं: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
नई दिल्ली: "आजकल की संस्थागत चुनौतियां, भीतर और बाहर से, अक्सर प्रामाणिक संवाद और सार्थक अभिव्यक्ति की कमी से उत्पन्न होती हैं. अभिव्यक्ति और संवाद लोकतंत्र के अनमोल रत्न हैं. अभिव्यक्ति और संचार [...]