नई दिल्ली . प्रगति मैदान में 4-12 जनवरी के बीच आयोजित पुस्तक मेले में महात्मा गांधी द्वारा लिखे गए पत्र पुस्तक प्रेमियों को पढ़ने को मिलेंगे. पहली बार गांधी जी द्वारा लिखे गए ऑरिजनल पत्रों को पुस्तक मेले में प्रदर्शित की जाएगी. महात्मा गांधी द्वारा लिखे गए पत्रों के अतिरिक्त महात्मा गांधी के जीवन पर लिखी 500 से अधिक पुस्तक एक ही हॉल में पढ़ने को मिलेंगी. राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत के अध्यक्ष प्रो. गोविंद प्रसाद शर्मा ने आईटीपीओ के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक एलसीगोयल, आईएएस व निदेशक, नीरा जैन की उपस्थिति में पत्रकारों को बताया कि विश्व पुस्तक मेला 2020 का उद्घाटन मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल करेंगे. इस पुस्तक मेला का आयोजन हॉल संख्या 7 में किया जाएगा. इस अवसर पर प्रख्यात गांधीवादी विद्वान गिरीश्वर मिश्र प्रमुख अतिथि होंगे.
याद रहे कि पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने के बीच विश्व पुस्तक मेले का आकार दिनोंदिन छोटा होता जा रहा है. कहने के लिए मेले में भारत के अलावा फ्रांस, यूके, शारजहां, मिस्र, स्पेन, जर्मनी, नेपाल, पोलैंड, डेनमार्क, श्रीलंका, चीन सहित अन्य देशों के 600 प्रकाशकों, भागीदारों की उपस्थिति होगी, पर यह केवल गिनती ही है. इस बार पुस्तक मेले की थीम 'गांधी-राइटर ऑफ राइटर्स' को अहमदाबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन ने डिजाइन किया है. फिर पुस्तक मेला मुफ्त भी नहीं है. इस मेले के लिए बाकायदा टिकट लगा है. यह और बात है कि मेला देखने के लिए टिकट मेट्रो स्टेशनों पर भी उपलब्ध हैं. पुस्तक मेला का बड़ों के लिए टिकट 30 रुपए और छोटे के लिए 20 रुपए है. हालांकि मेला आयोजक एनबीसीसी ने आईटीपीओ के सीएमडी एलसी गोयल को आग्रह किया है कि पुस्तक मेला का शुल्क कम कर दें या फिर माफ कर दें, जिससे पुस्तक प्रेमी मेले में आ सकें. विश्व पुस्तक मेले के साथ एस्ट्रोलॉजी और न्यूमरोलॉजी का मेला 'नक्षत्र' भी आयोजित हो रहा है. नक्षत्र मेला में तंत्र और न्यूमरोलॉजी के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. इस दौरान ज्योतिष पर सम्मेलन भी आयोजित होंगे.