भोपालः भारत भवन भोपाल प्रख्यात रंगकर्मी दया प्रकाश सिन्हा के रंग अवदान पर केंद्रित नाटकों का उत्सव मना रहा है. रंगमंडल भारत भवन और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली के इस संयुक्त आयोजन का नाम 'रंग एकाग्र' रखा गया है, जिसमें नई दिल्ली की सुमुखा संस्था भी विशेष सहयोग कर रही है. नाटकों का यह समारोह 28 अक्तूबर से 2 नवंबर तक चलेगा. पहले दिन 28 अक्तूबर को सायं सात बजे संस्कार भारती नई दिल्ली की ओर से दया प्रकाश सिन्हा द्वारा निर्देशित नाटक 'रक्त अभिषेक' के मंचन के साथ ही इस कार्यक्रम की शुरुआत होगी. 29 अक्तूबर को संस्कार भारती गोरखपुर की ओर से चितरंजन त्रिपाठी द्वारा निर्देशित नाटक 'सम्राट अशोक' का मंचन होगा. 30 अक्तूबर को लखनऊ के नाट्यसमूह मंचकृति संस्था द्वारा गोपाल सिन्हा निर्देशित 'सादर आपका' मंचन किया जाएगा. यह सभी नाटक सायं 7 बजे से होंगे.
रंग एकाग्र में 31 अक्तूबर को सुबह 11 बजे से 'हिंदी में मौलिक नाटकों का अभाव क्यों है? विषय पर परिसंवाद रखा गया है. इस दिन सायं 7 बजे से नई दिल्ली की सुमुखा संस्था की ओर से अरविंद सिंह के निर्देशन में 'कथा एक कंस की' का मंचन होगा. आवारा थिएटर मुंबई की ओर से वीरेन वसोवा द्वारा निर्देशित नाटक 'अपने-अपने दांव' का मंचन 1 नवंबर को होगा. 2 नवंबर को 'रंग एकाग्र' के आखिरी दिन दिशा संस्था नई दिल्ली की ओर से अरविंद सिंह निर्देशित नाटक 'सीढ़ियां' का मंचन होगा. नाटकों के लिए प्रवेश शुल्क पचास रुपए के टिकट से है.