दमोह के स्थानीय मानस भवन में आयोजित इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह में पहले दिन रामसेवक किसान लोककला समिति मेहलबारा द्वारा विश्वनाथ पटेल द्वारा निर्देशित नाटक ‘त्राहि त्राहि पुकारे नाथ‘ का मंचन होगा. दूसरे दिन नव नृत्य नाट्य संस्था भोपाल द्वारा प्रेम जनमेजय द्वारा लिखित और तरुण दत्त पांडेय निर्देशित नाटक ‘बेशर्ममेव जयते‘ का मंचन होगा. तीसरे दिन नाट्य संस्था युवा नाट्य मंच दमोह राजीव अयाची द्वारा लिखित और निर्देशित नाटक ‘रणबांकुरे राजा किशोर सिंह‘ का मंचन करेगी. यह समारोह में मध्यप्रदेश संस्कृति संचालनालय भोपाल के सहयोग से हो रहा है.
इस बाबत दिल्ली में मौजूद लेखक, व्यंग्यकार, नाटककार प्रेम जनमेजय का कहना है कि दमोह के युवा नाट्य मंच की गतिविधियां सराहनीय हैं. इसमें तरुण पांडेय जैसे सक्रिय रंगकर्मी, निर्देशक का जुड़ना इसके महत्त्व को रेखांकित करने के लिए काफी है. तरुण पांडेय पहले भी मेरे व्यंग्य नाटकों- ‘सोते रहो‘ एवं ‘मुकदमा‘ का निर्देशन तथा मंचन कर चुके हैं. हैदराबाद, दिल्ली और भोपाल के भारत भवन में भी इन नाटकों का मंचन हो चुका है. समाज, राजनीति और शिक्षा के क्षेत्र में आई विसंगतियां मेरे नाटकों की मूल विषय-वस्तु हैं, जिसमें आज के माहौल पर करारा कटाक्ष है कि सरलता, सहजता और सच्चाई की राह पर चल कर सफलता पाना अब सहज नहीं, अगर सफल होना है तो चालाकी बरतनी होगी.
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