पटना: राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि पर पूरे देश का साहित्यजगत उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर रहा है, पर बिहार के बुद्धिजीवियों ने उन्हें एक अलग तरह की श्रद्धांजलि दी. राज्य के दो सौ बुद्धिजीवियों ने एक नई पहल कर बिहार इंटेलेक्चुअल फोरम के बैनर तले बेगूसराय की गलियों में घूम लोगों से राष्ट्र हित में वोट डालने की अपील की. ये लोग राष्ट्र कवि रामधारी सिंह 'दिनकर' के ग्राम सिमरिया पहुंचे, जहां पर दिनकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद गांव का भ्रमण कर लोगों को राष्ट्रवाद को मजबूत करने व देशद्रोहियों को सबक सिखाने की सलाह देते हुए 'मतदान जरुर करें' की अपील की. ये लोग राष्ट्रकवि दिनकर के आवास पर भी गए, जहां उनकी प्रतिमा के समक्ष सभी लोगों ने स्वच्छ मतदान की शपथ ली.
राष्ट्रवाद एवं सामाजिक चेतना को प्रतिबद्ध इस गैर राजनीतिक संगठन बिहार बौद्धिक फोरम के बैनर तले बेगूसराय के डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, बैंकर, प्रोफेसर, अधिवक्ता सहित अनेक शिक्षाविदों ने 'वोट फॉर नेशन' के प्रति लोगों को जागरूक किया. वक्ताओं का कहना था यह राष्ट्रवाद की पहल है, इसका कोई राजनीतिक मकसद नहीं है. राष्ट्रहित में काम करने वाले किसी भी राजनीतिक दल को अपना वोट करें मगर देश को टुकड़े करने-कहने वालों कदापि वोट न दें. जाति, धर्म, संप्रदाय जैसी चीजों से बड़ी है राष्ट्रीयता. इससे बढ़कर कुछ भी नहीं है. फोरम में शामिल लोगों ने समवेत स्वर में कहा कि यदि देश के कोने- कोने से देश की एकता और अखंडता को तोड़ने की बात करने वाले लोग बेगूसराय में इकट्ठा हो सकते हैं तो फिर दिनकर की धरती पर मेकिंग इंडिया वाले लोग तटस्थ नहीं रह सकते. इस अवसर पर डॉ. निशि कांत, डॉ. मारूत नंदन, डॉ. सीमा रानी, डॉ. निम्मी रानी, डॉ. पंकज, डॉ. शरद, डॉ. अमरनाथ, सिद्धपीठ बड़की दुर्गा मंदिर के पुजारी पंकज कुमार सिंह फलहारी, नीतेश कुमार, ललन सिंह, रोहित सिंह, नंदन कुमार सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे.