लखनऊः तीसरे मीरा मिश्रा स्मृति पुरस्कार-2018 से युवा कवि कुमार अनुपम को सम्मानित किया गया. निशातगंज स्थित कैफी आजमी अकादमी में संपन्न हुए तीसरे मीरा मिश्रा पुरस्कार समारोह में कई नामीगिरामी साहित्यकार और भारी संख्या में पुस्तक प्रेमी जुटे. इस अवसर पर कविता पाठ भी हुआ. पहला सत्र सम्मान समारोह का था, जिसमें कुमार अनुपम को स्मृति चिन्ह और ग्यारह हजार रुपए का चेक देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ कवि अरुण कमल मौजूद रहे. अपने उद्बोधन में अरुण कमल ने कहा कि पुरस्कार रचनाकार को रेखांकित करते हैं. कुमार अनुपम ने कविता में कुछ नए काम किए हैं. समकालीन कवि आज के समय को रचते हैं. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ कवि नरेश सक्सेना ने कहा कि कुमार अनुपम को लय की समझ है, इसलिए वे लय को तोड़ सकते हैं. उनका कहना था कि कविता के फॉर्म को गढ़ने का हुनर लय और छंद से ही आता है. कुमार अनुपम इस हुनर को जानते हैं.

 

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में कवि कुमार अनुपम, विशाल श्रीवास्तव, प्रांजल धर, संजय मिश्र, जितेन्द्र श्रीवास्तव, अनिल त्रिपाठी, अरुण कमल और नरेश सक्सेना ने अपनी कविताएं सुनाईं. इस दौरान निर्णायक मंडल के सदस्य जितेन्द्र श्रीवास्तव, आभा खरे, कथाकार अखिलेश, कवि अरुण कमल, मंगलमूर्ति, राकेश, वीरेन्द्र यादव, विजय राय, तरुण निशान्त, सुभाष राय भी मौजूद रहे. सत्र का संचालन कर रहे आलोचक नलिन रंजन सिंह ने बताया कि मीरा मिश्रा पुरस्कार समिति की ओर से अक्तूबर माह में 'लखनऊ की कविता' पर आधारित एक दिन का कार्यक्रम किया जाएगा. याद रहे कि युवा कवि, चित्रकार और कला समीक्षक कुमार अनुपम का संग्रह 'बारिश मेरा घर है' काफी चर्चित रहा है. उनसे पहले मीरा मिश्रा स्मृति पुरस्कार लेखक प्रांजल धर और विशाल श्रीवास्तव को मिल चुका है.