भोपालः राज्य संग्रहालय के सभागार में ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अमेरिका तथा शिवना प्रकाशन ने संयुक्त तौर पर साहित्य समागमआयोजित किया. इस समारोह में देश भर के साहित्यकारों ने भाग लिया. समारोह में ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अमेरिका का प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान तथा शिवना प्रकाशन का कथा-कविता सम्मान प्रदान किया गया. कार्यक्रम का आरंभ ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन की अध्यक्ष डॉ. ओम ढींगरा तथा उपाध्यक्ष डॉ. सुधा ओम ढींगरा ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया. तीन सत्रों में आयोजित हुए इस समागम में शिवना प्रकाशन की पुस्तकों का विमोचन तथा रचना पाठ भी शामिल रहा, जिसमें हिंदी के महत्त्वपूर्ण साहित्यकारों ने भाग लिया. प्रथम सत्र सम्मानित रचनाकारों का पाठकी अध्यक्षता डॉ. उर्मिला शिरीष ने की तथा मुख्य अतिथि थे महेश कटारे थे. इस सत्र में रचनाकारों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया, जिनकी कृतियों पर बलराम गुमाश्ता, विनय उपाध्याय, समीर यादव तथा डॉ. गरिमा संजय दुबे ने टिप्पणी की.दूसरे सत्र अलंकरण समारोहकी अध्यक्षता संतोष चौबे ने की जबकि मुख्य अतिथि पलाश सुरजन थे. सभी सम्मानों के तहत सम्मान राशि, शॉल, श्रीफल तथा सम्मान पट्टिका प्रदान की गई. जो सम्मान प्रदान किए गए उनमें ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन लाइफ़ टाइम सम्मानडॉ. कमल किशोर गोयनका को, ‘ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मानउपन्यास विधा में मनीषा कुलश्रेष्ठ को उपन्यास मल्लिकाहेतु तथा कहानी विधा में मुकेश वर्मा को कहानी संग्रह सत्कथा कही नहीं जातीहेतु प्रदान किया गया.

इस अवसर पर शिवना प्रकाशन का शिवना कथा सम्मान’, ‘शिवना कविता सम्मानतथा शिवना कृति सम्मानभी प्रदान किया गया. तीसरे सत्र पुस्तक विमोचन समारोहमें शिवना प्रकाशन द्वारा प्रकाशित बीस पुस्तकों का विमोचन किया गया. इस सत्र की अध्यक्षता डॉ. प्रेम जनमेजय ने की जबकि मुख्य अतिथि के रूप में शशिकांत यादव उपस्थित थे. इस अवसर पर बोलते हुए संतोष चौबे ने कहा कि बड़ी प्रसन्नता की बात है कि भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है, इससे भोपाल की साहित्यिक गतिविधियों को और बल मिलेगा. पलाश सुरजन ने साहित्य की विधाओं के बीच पारस्परिक अंर्तसंबंधों पर काम किए जाने की बात कही, तथा देश के बाहर काम कर रहे हिंदी सेवियों की सराहना की. डॉ. उर्मिला शिरीष ने कहा कि भोपाल में एक नई शुरुआत आज होने जा रही है, जो कार्यक्रम पूर्व में अमेरिका और कनाडा में आयोजित हुआ अब वह भोपाल में आयोजित हो रहा है. महेश कटारे ने कनाडा यात्रा के अपने संस्मरण सुनाते हुए फ़ाउण्डेशन को साधुवाद दिया. डॉ. प्रेम जनमेजय ने शिवना प्रकाशन और ढींगरा फ़ाउण्डेशन द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संस्थाएं बड़ा काम कर रही हैं. शशिकांत यादव ने कहा कि भविष्य में यह दोनो संस्थाएं हिंदी साहित्य की प्रमुख संस्थाएं होंगी. डॉ. कमल किशोर गोयनका ने ढींगरा फ़ाउण्डेशन द्वारा किए जा रहे साहित्यिक और सामाजिक कार्यों का ज़िक्र करते हुए फ़ाउण्डेशन की मुक्त कंठ से सराहना की. अंत में आभार ढींगरा फ़ैमिली फाउण्डेशन की उपाध्यक्ष डॉ. सुधा ओम ढींगरा ने व्यक्त किया. कार्यक्रम का संचालन पंकज सुबीर ने किया.