लखनऊः डॉ राही मासूम रजा साहित्य अकादमी ने अपने साहित्यकार पुरस्कार को डॉ शंभुनाथ को देने का फैसला किया है. डॉ शंभुनाथ का जन्म 21 मई, 1948 को झारखंड के देवघर में हुआ. उनकी प्रमुख कृतियां संस्कृति की उत्तरकथा, धर्म का दुखांत, दुस्समय में साहित्य, हिंदी नवजागरण और संस्कृति, सभ्यता से संवाद, रामविलास शर्मा, भारतीय अस्मिता और हिंदी, कवि की नई दुनिया, राष्ट्रीय पुनर्जागरण और राम विलास शर्मा, उपनिवेशवाद और हिंदी आलोचना, प्रेमचंद का हिन्दुस्तानः साम्राज्य से राष्ट्र, हिंदी उपन्यासः राष्ट्र और हाशिया, हिन्दू मिथकः आधुनिक मन ,भारत की अवधारणा आदि हैं. इनके द्वारा संपादित कृतियों की लंबी सूची है. डॉ शंभूनाथ को इससे पहले आचार्य रामचंद्र शुक्ल शोध संस्थान द्वारा 'देवीशंकर अवस्थी पुरस्कार', उप्र हिंदी संस्थान द्वारा 'रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार' समेत कई अन्य पुरस्कार एवं सम्मान मिल चुके हैं. वह 1979 से 2014 तक कोलकाता विश्वविद्यालय में प्रोफेसर डॉ. शंभुनाथ 2006 से 2008 के बीच केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा के निदेशक भी रहे.
डॉ राही मासूम रजा साहित्य अकादमी के संस्थापक राम किशोर ने कहा कि  राही जी के विचारों द्वारा समाज में सौहार्द, भाईचारा और अमन स्थापित किया जा सकता है. इसी सोच के साथ हर साल उनकी जयंती पर सम्मान समारोह की शुरुआत की गई थी. डॉ शंभुनाथ ने देश-विदेश में हिंदी के लिए विपुल कार्य किए हैं. वर्तमान में डॉ शंभुनाथ भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता के निदेशक तथा वागर्थ पत्रिका के संपादक हैं. कोरोना के चलते इस बार कार्यक्रम ऑनलाइन हो रहा है. एक सितंबर को डॉ राही मासूम रजा जयंती के अवसर पर ऑनलाइन सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा और सम्मान पत्र पढ़ा जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि परिस्थितियां सामान्य होने पर साहित्यकार को व्यक्तिगत रूप से सम्मान पत्र, मोमेंटो और शॉल भेंट किया जाएगा.