नई दिल्लीः राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत ने वसंत कुंज नई दिल्ली स्थित मुख्यालय के सभागार में हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह की मुख्य अतिथि थीं डॉ कुमुद शर्मा प्रधानाचार्य, महिला महाविद्यालय, शामली. इस अवसर पर उनके द्वारा 'डिजिटल युग तक पहुंचने में हिदी की यात्रा' विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया. सबसे पहले उन्होंने अपने व्याख्यान की शुरूआत ओम से की और कहा कि आज के डिजिटल युग में बच्चे मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों से खेलते हैं और पहले लकड़ी के खिलौने, खो-खो गिल्ली-डंडा कंचे आदि खेल का आनंद उठाते थे. व्याख्यान में उन्होंने डिजिटल युग में हिंदी की विकास यात्रा का वर्णन किया. उन्होंने 18वीं शताब्दी से लेकर अब तक के बारे में फारसी, संस्कृत और अग्रेजी शब्दों का हिंदी भाषा पर पड़े प्रभाव के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि आज के कोरोना काल में हिंदी का वर्चस्व बढ़ा है. कई हिंदी कार्यक्रम वेबीनार द्वारा ऑनलाइन करवाए जा रहे हैं.  
न्यास के इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' द्वारा भेजे गये संदेश का वाचन उप निदेशक, राजभाषा राकेश कुमार ने किया. मंत्री निशंक ने अपने संदेश में हिंदी दिवस की बधाई देने के साथ ही सभी से हिंदी में काम करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि हिंदी में काम करने से ही हमारा देश भारत उन्नति कर सकता है. कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए लगभग 150 कर्मचारियों ने अपने-अपने विभाग में बैठ कर वेबिनार लिंक द्वारा इस व्याख्यान सुना. न्यास के सभागार में लगभग 30 अधिकारियों, कर्मचारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए व्याख्यान का लाभ उठाया. इस कार्यक्रम का संचालन हिंदी अधिकारी रवींद्र सिंह ने किया.