पटनाः राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके पौत्र अरविंद सिंह ने उनके घर पर एक अनौपचारिक गोष्ठी रखी, जिसमें शहर के प्रमुख कवि, बुद्धिजीवी, प्रोफेसर एवं विद्यार्थियों के साथ उनके परिवार के सदस्य मौजूद थे.  इस अवसर पर डॉ. सीतारामदीन की बेटी डॉ मंगलारानी को भी वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था. दिनकर जी की पौत्री उत्तरा और उनके पुत्र केदार सिंह की उपस्थिति भी उल्लेखनीय थी. चूंकि कार्यक्रम अनौपचारिक था, इसलिए सबने पारिवारिक समारोह मिलन की तरह एकदूसरे से मुलाकात की. डॉ मंगलारानी अपने पिता डॉ. दीन का स्मृतिग्रंथ भेंट किया, जिसमें दिनकर जी की डॉ. सीतारामदीन को लिखी चिठ्ठी तथा दोनों की साथ वाली तस्वीरें प्रकाशित हैं.
केदार सिंह ने अपनी कविता सुना कर सबको मुग्ध कर दिया. इस अवसर पर कवि सत्यनारायण, कवि खगेन्द्र ठाकुर, कवि आलोक धन्वा, प्रो.तरुण कुमार, प्रो शांति जैन ने दिनकर जी से संबंधित बहुमूल्य संस्मरण साझा किए. इस मौके पर विपुल कुमार, उत्कर्ष आनंद, कुंदन आनंद एवं अन्य विद्यार्थियों ने दिनकर जी की कविताएं धाराप्रवाह सुना कर सबको चकित कर दिया. इस अवसर मौजूद सभी साहित्यकारों का मानना था कि यों तो उन्होंने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती, पुण्यतिथि तो बहुत बार मनाई है, किंतु उनके घर पर, उनकी ऊर्जा महसूस करते हुए, उनके परिवार को स्पर्श करते हुए, दिनकर की रिकॉर्डेड वाणी का अमृत चखते हुए जो पुण्य स्मरण अर्जित किया है, और जो भागीदारी निभाई है वह अद्वितीय अनिर्वचनीय है.