नई दिल्लीः गोवा में आयोजित होने वाले भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की तैयारियां चरम पर है. रूस इस साल फोकस देश के रूप में भाग ले सकता है. एफटीआईआई और एसआरएफटीआई सहित प्रमुख फिल्म संस्थानों के छात्र इस साल के महोत्सव के प्रबंधन में शामिल होंगे. हालांकि इस साल दिखाई जाने वाली फिल्मों की सूची को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है, पर सितंबर तक उसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा ताकि सिने प्रेमियों को महोत्सव में भाग लेने के लिए योजना बनाने के लिए पर्याप्त समय मिल सके. इस वर्ष समारोह में गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को श्रद्धांजलि दी जाएगी, जिन्होंने गोवा को आईएफएफआई के लिए स्थायी स्थान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. याद रहे कि भारत सरकार द्वारा इसका आयोजन प्रत्येक वर्ष गोवा में 20 से 28 नवंबर तक किया जाता है. इसका उद्देश्य फिल्म निर्माण की कला की उत्कृष्टता को प्रस्तुत करने के लिए सिनेमा की दुनिया को एक समान मंच प्रदान करना है. यह भारत का सबसे प्रतिष्ठित फिल्म महोत्सव है और एशिया में कहीं भी आयोजित होने वाला पहला अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव है.
गोवा की सरकार महोत्सव के इस संस्करण को यादगार बनाने के लिए सर्वश्रेष्ठ बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने और आतिथ्य व्यवस्था सुनिश्चित करने में कोई कोरो-कसर नहीं छोड़ेगी. पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत ने आईएफएफआई स्वर्ण जयंती संस्करण का पोस्टर भी जारी किया. फिल्म महोत्सव की संचालन समिति की बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत; सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव अमित खरे; गोवा के मुख्य सचिव परिमल राय; एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा के उपाध्यक्ष सुभाष फाल देसाई; शाजी एन करुण, ए के बीर, राहुल रवैल, मंजू बोरा, रवि कोटरकारा और मधुर भंडारकर सहित फिल्म समुदाय के प्रतिनिधियों; फिल्म समारोह निदेशालय, एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ़ गोवा, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और गोवा सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. जावड़ेकर ने करण जौहर, सिद्धार्थ रॉय कपूर, फिरोज अब्बास खान और सुभाष घई सहित कुछ और फिल्मी हस्तियों को संचालन समिति से जोड़ने की बात कही.आईएफएफआई के प्रमुख वर्गों में अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता, फेस्टिवल कैलिडोस्कोप, वर्ल्ड पैनोरमा, इंडियन पैनोरमा, मास्टरक्लासेज, इन-कंवरसेशन, स्पेशल रेट्रोस्पेक्टिव, होमेज, ओपन एयर स्क्रीनिंग, एनएफडीसी द्वारा आयोजित फिल्म बाजार आदि शामिल हैं.