नई दिल्लीः बंगाली कॉमिक किरदार 'बंतुल द ग्रेट' , 'हांडा-भोंडा' और 'नोंटे फोंटे' के रचयिता मशहूर कार्टूनिस्ट नारायण देबनाथ के निधन से बांग्ला साहित्य और कला जगत में शोक की लहर है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी देबनाथ के निधन पर गहरा शोक जताया है. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा है-श्री नारायण देबनाथ जी ने अपनी कृतियों, कार्टूनों और दृष्टांतों के माध्यम से अनेक लोगों के जीवन को रोशन किया. उनकी रचनाएं उनकी बौद्धिक शक्ति को दर्शाती हैं. उनके द्वारा बनाए गए पात्र हमेशा लोकप्रिय रहेंगे. उनके निधन से आहत हूं. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना. ओम शांति.

उल्लेखनीय है कि उम्र जनित कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित होने की वजह से वह लगातार चिकित्सकों की देखरेख में थे. 97 वर्षीय नारायण देबनाथ को गत 24 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसी समय से वे जीवन रक्षक प्रणाली पर थे. हावड़ा के शिवपुर स्थित उनके आवास पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने जाकर न केवल उनसे मुलाकात की थी और बल्कि उनके इलाज के लिए वित्तीय मदद की घोषणा भी की थी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देबनाथ के निधन पर शोक जताते हुए कहा-अत्यंत दुख की बात है कि प्रख्यात साहित्यकार, चित्रकार, कार्टूनिस्ट और बच्चों की दुनिया के लिए कुछ अमर चरित्रों के निर्माता नारायण देबनाथ नहीं रहे. उन्होंने बंटुल द ग्रेट, हांडा-भोंडा, नॉनटे-फोंटे, ऐसे कार्टून बनाए थे जो दशकों से हमारे दिलों में अंकित हैं.