भोपालः ललित कलाओं के लिए समर्पित भोपाल की संस्था 'स्पंदन' ने हिंदी साहित्य और प्रदर्शनकारी कला क्षेत्र में काम करने वाले साहित्यकारों, कलाकारों को सम्मानित करने का क्रम बरकरार रखते हुए वर्ष 2019 और 2020 के लिए स्पंदन सम्मान की घोषणा कर दी है. वरिष्ठ साहित्यकार जितेंद्र भाटिया और महेश कटारे को स्पंदन कथा शिखर सम्मान दिया जाएगा. वर्ष 2019 और 2020 के लिए जिन साहित्यकारों, कलाकारों को विभिन्न विधाओं में क्रमशः स्पंदन सम्मान के लिए चुना गया है, उनमें आचोलना सम्मान शशांक को 'कहानी के पास' और आनंद कुमार सिंह को 'सन्नाटे का छंद' के लिए; कृति सम्मान दिव्या विजय को कहानी संग्रह 'अलगोजे की धुन' और सूर्यनाथ सिंह को उपन्यास 'नींद क्यों रात भर नहीं आती' के लिए दिए जाने की घोषणा हुई है.
इसी तरह कविताओं के लिए कृति सम्मान गीत चतुर्वेदी को 'न्यूनतम मैं' और आशुतोष दुबे को 'विदा लेना बाकी रहे' कविता संग्रह के लिए; साहित्यिक पत्रकारिता में विजय राय को 'लमही' के लिए और हरीश पाठक को 'आंचलिक अखबारों की राष्ट्रीय पत्रकारिता' के लिए; ललित कला सम्मान वाजदा खान को चित्र कला और अभिजीत पोहनकर को वादन के लिए; युवा पुरस्कार अविजित सोलंकी को रंगमंच और सुशोभित को ललित निबंध 'सुनो बकुल' के लिए तथा विशिष्ट विधा सम्मान जहीर कुरैशी को हिंदी ग़ज़ल के लिए देने की घोषणा की गई है. स्पंदन संस्था की संयोजक उर्मिला शिरीष ने पुरस्कारों की घोषणा करते हुए विजेताओं के नाम की सूची जारी की और कहा कि जल्द ही सम्मान समारोह की तारीख की घोषणा भी की जाएगी. उन्होंने इस पुरस्कार के तहत मिलने वाली सम्मान राशि की भी घोषणा की.