लखनऊः उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान की ओर से वर्ष-2020 के लिए घोषित सम्मान एक भव्य समारोह में उप्र विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित की अध्यक्षता में दिया गया. इस अवसर पर भारत भारती सम्मान अमृतसर के पाण्डेय शशिभूषण शीतांशु को दिया गया. हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. सदानंद प्रसाद गुप्त ने उत्तरीय, सम्मान राशि, ताम्रपत्र देकर सभी को सम्मानित किया. पत्रकारिता के क्षेत्र में दिया जाने वाला पत्रकारिता भूषण सम्मान वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय को उनके प्रतिनिधि राजेश तिवारी की मार्फत दिया गया. संस्थान की ओर से दिए जाने वाले अन्य सम्मानों में लोहिया साहित्य सम्मान लखनऊ के डॉ रामकठिन सिंह, हिन्दी गौरव सम्मान गाजियाबाद के भगवान सिंह, महात्मा गांधी साहित्य सम्मान मुजफ्फरपुर, बिहार के डॉ महेन्द्र मधुकर, पं दीनदयाल उपाध्याय साहित्य सम्मान भोपाल के डॉ देवेन्द्र दीपक, अवन्तीबाई साहित्य सम्मान नोएडा के डॉ सीतेश आलोक, राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन सम्मान अहमदाबाद की गुजरात प्रान्तीय राष्ट्रभाषा प्रचार समिति को दिया गया. साहित्य भूषण सम्मान बाराबंकी के मो मूसा खान अशान्त बाराबंकी, आगरा के डॉ शशि गोयल, प्रयागराज के डॉ अरविन्द कुमार राम, लखनऊ के दयानन्द जड़िया 'अबोध', डॉ मंजु शुक्ल, गोण्डा के शिवाकान्त मिश्र 'विद्रोही', प्रो हरिमोहन, सुधीर विद्यार्थी सहित 20 विद्वानों को दिया गया. इसके अलावा लोक भूषण सम्मान, वाराणसी के डॉ जयप्रकाश मिश्र, कला भूषण सम्मान लखनऊ के सुशील कुमार सिंह, विद्या भूषण सम्मान गाजियाबाद के गिरीश्वर मिश्र, विज्ञान भूषण सम्मान जोधपुर के डॉ. दुर्गादत्त ओझा, प्रवासी भारतीय हिन्दी भूषण सम्मान नीदरलैंड्स की पुष्पिता अवस्थी, हिन्दी विदेश प्रसार सम्मान सिडनी आस्ट्रेलिया की रेखा राजवंशी बंसल को दिया गया.
बाल साहित्य भारती सम्मान दो विद्वानों मुरादाबाद के डॉ राकेश चक्र और गुरुग्राम के घमंडी लाल अग्रवाल को दिया गया. मधु लिमये साहित्य सम्मान अमरकंटक के डॉ दिलीप सिंह, पं श्रीनारायण चतुर्वेदी साहित्य सम्मान गाजियाबाद के सुभाष चंदर, दिल्ली विधि भूषण सम्मान सन्तोष खन्ना को दिया गया. सौहार्द सम्मान के लिए 14 विद्वानों दिया गया. मदन मोहन मालवीय विश्वविद्यालयस्तरीय सम्मान आजमगढ़ की डॉ गीता सिंह, लखनऊ के डॉ रामकृष्ण को संयुक्त रूप से दिया गया. इसके अलावा देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पिता जी कृष्ण बिहारी वाजपेयी के नाम पर माध्यमिक शिक्षा परिषद वर्ष –2020 की इंटर परीक्षा में सर्वोच्च अंक पाने वाली छात्रा ज्योति चौधरी और अबुजर सईद को 35 हजार रुपए का पुरस्कार दिया गया. वहीं हाईस्कूल परीक्षा में रानी मिश्रा व हिंमाशु सिंघल का 25 हजार की धनराशि का पुरस्कार दिया गया. इसके अलावा साल- 2020 में प्रकाशित पुस्तकों पर नामित पुरस्कार और सर्जना पुरस्कार भी दिए गए. इस अवसर पर उप्र हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ सदानंद गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और हिन्दी संस्थान के अध्यक्ष योगी आदित्य नाथ ने इस साल से संस्थान की ओर से दिए जाने वाले पुरस्कारों की धनराशि बढ़ा दी है. भारत भारती पुरस्कार की राशि पांच लाख से बढ़ाकर आठ लाख कर दी गई है. इसी क्रम में लोहिया साहित्य सम्मान, महात्मा गांधी साहित्य सम्मान, पं दीन दयाल उपाध्याय साहित्य सम्मान, अवन्तीबाई साहित्य सम्मान, राजर्षि पुरूषोत्तमदास टण्डन सम्मान की पुरस्कार राशि को चार लाख से बढ़ाकर पांच लाख कर दी गई है. इसी तरह दो लाख रुपए की राशि वाले पुरस्कारों की राशि में भी 50 हजार की बढ़ोत्तरी की गई है और संस्थान की ओर से दिए जाने अन्य पुरस्कारों की राशि को भी बढ़ा दिया गया है. उन्होंने कहा कि अपनी बोलियों और मानवीय मूल्यों को बनाए रखना होगा. आज साहित्य खेमों में बट गया है. दलित साहित्य, स्त्री साहित्य आदि. साहित्य केवल यर्थाथ साहित्य होता है.