नई दिल्ली: एक सप्ताह तक चलने वाले राष्ट्रीय नाट्य समारोह और महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स 'मेटा' के 15वें संस्करण की घोषणा हो गई है. देशभर की सांस्कृतिक विविधताओं और कलाओं से भरपूर मेटा फेस्टिवल राष्ट्रीय राजधानी में 13 मार्च से 18 मार्च 2020 तक कमानी ऑडिटोरियम और श्री राम सेंटर में किया जाएगा. इस समारोह में रंगमंच जगत के वरिष्ठ जूरी सदस्यों के साथ नाटकप्रेमियों को भी अवसर उपलब्ध होगा. विजेताओं की घोषणा 19 मार्च को कमानी ऑडिटोरियम में ही रेड-कारपेट अवार्ड समारोह में की जाएगी. महिंद्रा ग्रुप के कल्चरल आउटरीच वाईस प्रेसिडेंट जय शाह के मुताबिक, मेटा थिएटर के लिए एकमात्र राष्ट्रीय स्तर का मान्यता प्राप्त पुरस्कार कार्यक्रम है. इस वर्ष नाटकों का चयन हमें अपनी नाटकीय विरासत की समृद्धि और विविधता की याद दिलाता है. भारत के सभी क्षेत्रों से 385 से अधिक प्रस्तुतियां और 10 नाटकों का अंतिम चयन कई भाषाओं और संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करता है. हमें विश्वास है कि इस साल का फेस्टिवल फिर से थिएटर कलाकारों और दर्शकों को रोमांचित करेगा.
याद रहे कि मेटा के आयोजन का यह 15वां वर्ष है. रंगमंच के इस सबसे व्यापक और प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह में बेस्ट प्रोडक्शन, बेस्ट निर्देशक, बेस्ट स्टेज डिजाइन, बेस्ट लाइट डिजाइन, बेस्ट इनोवेटिव साउंड डिजाइन, बेस्ट कास्टूम डिजाइन, मुख्य भूमिकाओं में बेस्ट एक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस, सहायक भूमिका में बेस्ट एक्टर और एक्ट्रेस, बेस्ट आन्साम्बल, बेस्ट कोरियोग्राफी और बेस्ट ओरिजिनल स्क्रिप्ट सहित 14 श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं. मेटा हर साल थिएटर जगत के दिग्गजों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी सम्मानित करता है. मेटा ने इस वर्ष देशभर से 385 से भी अधिक नाटकों की प्रविष्टियां प्राप्त कीं, जो गहन चयन प्रक्रिया से गुजरीं. इस वर्ष की चयन समिति में पत्रकार, फिल्म और थिएटर समीक्षक अजीत राय; पत्रकार और आलाप की संस्थापक अखिला कृष्णमूर्ति; पत्रकार और थिएटर समीक्षक दीपा पूंजानी; फिल्म अभिनेत्री और थिएटर व्यक्तित्व दीपिका देशपांडे-अमीन; एडिलेड में ओजएशिया के डायरेक्टर जोसेफ मिशेल और भारतीय थियेटर हस्ती व मास्टर ट्रेनर सोहाग सैन शामिल हैं. इस वर्ष के नामांकन में हिंदी और अंग्रेजी भाषा के नाटकों के साथ-साथ हिंदुस्तानी, बंगाली, मराठी, मलयालम, बंगाली, असमिया और एक गैर-मौखिक नाटक भी शामिल किए गए हैं, जो सप्ताह भर चलने वाले फेस्टिवल में देश की विविधता का प्रतिनिधित्व करेंगे.