नई दिल्लीः संस्कृति मंत्रालय के तहत आने वाले इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ने इस वर्ष सैन्य उत्सव 'मिलन 2022' में एक अलग तरह की भूमिका निभाई. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र 'आईजीएनसीए' ने आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में पूर्वी नौसेना कमान और आंध्र प्रदेश सरकार के सहयोग से विशाखापत्तनम के रामकृष्ण समुद्र तट और मिलन गांव में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया. खास बात यह कि 'मिलन 2022' में शिरकत करने के लिए 46 मित्र देशों को आमंत्रित किया गया था. इस आयोजन में भारतीय नौसेना की इकाइयों के अलावा 140 उच्चस्तरीय विदेशी प्रतिनिधि और 14 विदेशी युद्धपोत एवं विमानों ने भी हिस्सा लिया. मिलन एक बहुराष्ट्रीय नौसैनिक अभ्यास है, जोकि हर दो साल में एक बार आयोजित किया जाता है. आईजीएनसीए की निदेशक डॉ प्रियंका मिश्रा ने आजादी का अमृत महोत्सव  की अवधारणा और उसकी विषय-वस्तु और मिलन 2022 में आयोजित इस विशेष नौसेना समारोह के महत्व के बारे में विस्तार से चर्चा की.
मिलन 2022 का मूल विषय 'सौहार्द-सामंजस्य-सहयोग' था.  संस्कृति मंत्रालय की ओर से आईजीएनसीए द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन इस विषय का मूल स्वर था. विजाग की महापौर गोलागनी हरि वेंकट कुमारी ने आईजीएनसीए द्वारा आयोजित इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, विजाग की महापौर गोलागनी हरि वेंकट कुमारी ने आंध्र प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के योगदानों और उसके महत्त्व के साथ-साथ भारत के लोगों के समर्पण के बारे में बताया, जिन्होंने न सिर्फ भारत को उसकी विकास की यात्रा में यहां तक लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि जो अपने भीतर आत्मनिर्भर भारत की भावना से प्रेरित भारत 2.0 को सक्रिय करने की प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना को साकार करने की शक्ति और क्षमता भी रखते हैं. इस दौरान सांस्कृतिक आयोजनों के अतिरिक्त हर दिन दोपहर तीन बजे से शाम चार बजे तक आरके बीच बस स्टॉप के पीछे, गाववाला की दुकानों के बगल में, एनटीआर प्रतिमा के पास पतंगबाजी आरके बीच बस स्टॉप के पीछे, गाववाला की दुकानों के बगल में, एनटीआर प्रतिमा के पास पूरे दिन तक रंगोली, रामकृष्ण समुद्र तट पर सिटी परेड में सांस्कृतिक मंडली, बीच रोड और मिलन गांव में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए.