आजमगढ़ः समकालीन कहानी का चर्चित कृष्ण प्रताप कथा सम्मान- 2019 कथाकार आकांक्षा पारे काशिव को उनके कहानी संग्रह 'बहत्तर धड़कने, तिहत्तर अरमान' के लिए प्रदान किया जाएगा. इस आशय की घोषणा सम्मान समिति की ओर से नरेन्द्र पुण्डरीक ने की है. आकांक्षा पारे काशिव का यह कहानी संग्रह साल 2017 में सामयिक प्रकाशन से छप कर आया था. आकांक्षा से पहले इस कथा सम्मान से वंदना राग, मनीषा कुलश्रेष्ठ, गीतांजलीश्री, उर्मिला शिरीष, राकेश मिश्र, किरण सिंह को सम्मानित किया जा चुका है. इस कथा सम्मान के निर्णायक मंडल में वरिष्ठ कथाकार ममता कालिया, विभूति नारायण राय, कवि दिनेश कुमार शुक्ल एवं भारत भारद्वाज शामिल है. इस सम्मान का संयोजन केदार स्मृति शोध संस्थान बाँदा द्वारा किया जाता है.
निर्णायक समिति ने अपनी प्रशस्ति में कहा है कि आकांक्षा 'कहानी की भाषा का नया तेवर, स्त्री विमर्श का नया मानवीय विमर्श और अपने चरित्रों की गहरी समझ एक नई रचनाशीलता के साथ पाठक के सामने रखती हैं.' याद रहे कि 18 दिसंबर 1976 को मध्य प्रदेश के जबलपुर में पैदा हुई आकांक्षा पारे काशिव ने कविता संग्रह 'एक टुकड़ा आसमान' और कहानी संग्रह 'तीन सहेलियां तीन प्रेमी' से भी खूब लोकप्रियता हासिल की. उन्हें प्रभाष जोशी स्मृति पत्रकारिता सम्मान, रमाकांत स्मृति कथा सम्मान, इला-त्रिवेणी सम्मान, युवा कथा सम्मान, राजेंद्र यादव हंस कथा सम्मान और श्याम धर पत्रकारिता सम्मान से भी नवाजा जा चुका है. कृष्ण प्रताप कथा सम्मान श्री रामानन्द सरस्वती पुस्तकालय जोकहरा आजमगढ़ की ओर से दिया जाता है. आने वाले दिनों में आकांक्षा पारे काशिव को जोकहरा आजमगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में अब कृष्ण प्रताप कथा सम्मान प्रदान किया जाएगा.