अयोध्याः कोरोना काल में जब रोजमर्रा की जिंदगी में कोई खास खलल नहीं पड़ा है और लोग तकनीक के सहारे धीरे -धीरे इसके साथ सहज होने लगे हैं, तब अपनी परंपराएं भला क्यों बाधित हों. फिर अयोध्या तो वैसे भी राम मंदिर पर आए फैसले के बाद उत्साह से लबरेज है. इसीलिए इस वर्ष अयोध्या में फिल्मी सितारों से सजी रामलीला होने जा रही है, जिसे दुनिया भर में करोड़ों रामभक्त इंटरनेट और सोशल मीडिया के मंच से देख सकेंगे. इस रामकथा का प्रसारण भी बहुभाषी होगा और इसकी भव्यता किसी भी फिल्म व रंगमंच की प्रस्तुति से वृहद होगी. सांसद व फिल्म स्टार मनोज तिवारी के अनुसार इस रामलीला का प्रसारण हिंदी के अलावा 14 भाषाओं में किया जाएगा, जिसमें अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मराठी, पंजाबी, उर्दू, राजस्थानी, हरियाणवी, बंगला, मैथिली, भोजपुरी और ओड़िया शामिल है. इसके लिए इन भाषावों में इसके संवाद रिकॉर्ड कर लिए जाएंगे, ताकि जो लोग लाइव नहीं देख सके, या देखकर भी समझ नहीं सके वे अपनी भाषाओं में लीला का आंनद उठा सकें.
इस श्री रामलीला समिति के अध्यक्ष हैं सुभाष मलिक. उनके अनुसार, 'हमारी कोशिश है कि भगवान श्री राम की लीला दुनिया के हर कोने में पहुंचे और दुनिया की हर भाषा में दिखाई जाए. लोग इस रामलीला का आनंद अपने घर पर बैठ कर अपने राम की अपनी लीला को अपनी भाषा में देख सकें.' इस रामलीला समिति के मुख्य संरक्षक भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा है. यह रामलीला अयोध्या में सरयू नदी तट स्थित लक्ष्मण किला में 17 अक्तूबर से 25 अक्तूबर तक होगी. कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते आम दर्शक लीला पंडाल में प्रवेश नहींकर सकेंगे. यह रामलीला सिर्फ सैटलाइट चैनल्स, यूट्यूब चैनल और अन्य सोशल मीडिया चैनल्स पर ही दिखाई जाएगी. मनोज तिवारी इस रामलीला में अंगद की भूमिका में होंगे. भरत की भूमिका में रवि किशन, श्री हनुमानजी की भूमिका में विंदु दारा सिंह, असरानी बनेंगे नारद मुनि, रज़ा मुराद बनेंगे अहिरावण और शाहबाज खान लंकाधिपति रावण की भूमिका में नजर आएंगे. अवतार गिल सुबाहु और जनक के किरदार में, राजेश पुरी सुतीक्ष्ण और निषादराज, रितु शिवपुरी कैकेई, राकेश बेदी विभीषण और उनकी बेटी सुलोचना के किरदार में नजर आएंगी. भगवान श्री राम, श्री लक्ष्मण और सीता जी की भूमिका कौन निभा रहा के लिए रामलीला की प्रतीक्षा कीजिए.