नई दिल्ली: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, कवि और राजनीतिज्ञ भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर देश की राजधानी में कई कार्यक्रम हुए. इन्हीं में से एक कार्यक्रम जनकपुरी के बी-2 ब्लॉक स्थित आर्यसमाज मन्दिर में हुआ. जिसमें एक भव्य कवि सम्मेलन के अलावा कुछ वरिष्ठ और प्रतिभावान कवियों को 'प्रेरणा दर्पण अटल-काव्य रत्न सम्मान' से नवाजा गया. इस कार्यक्रम का आयोजन 'प्रेरणा दर्पण साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच', 'द्वारका प्रोग्रेसिव क्लब' एवं 'विकास जिंदा है' संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में हुआ था. इस अवसर पर आयोजन समिति द्वारा जिन तीन वरिष्ठ कवियों को 'प्रेरणा दर्पण अटल-काव्य रत्न सम्मान' से अलंकृत किया गया, वे कामेश्वर प्रसाद निरंकुश, डॉ. विवेक गौतम एवं संदीप शजर थे.
कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्व जागृति मिशन के निदेशक राममहेश मिश्र ने की और मुख्य अतिथि के रूप में सूरजभान कटारिया, विशिष्ट अतिथि के तौर पर डॉ. चंद्र मोहन भगत, झारखण्ड साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच के कामेश्वर प्रसाद निरंकुश तथा आदिशक्ति फाउंडेशन की अध्यक्ष सुषमा सिंह पंवार मौजूद रहीं. आमन्त्रित कविगण थे डॉ. विवेक गौतम, संदीप शजर, फ़रीद अहमद, मनोज मनमौजी, कृष्णा दामिनी, सरिता जैन, डॉ.विनोद चौबे और मनोज शाश्वत. कार्यक्रम दो सत्रों में बंटा था. संचालन कवि ओम प्रकाश कल्याणे ने किया. कार्यक्रम के आयोजन में उर्मिला शर्मा, सुनीता शर्मा , प्रधान संपादक सुषमा यादव, उदय हिंदुस्तानी, गरिमा पाठक, प्रतिभा सिंह की मुख्य भूमिका रही. कार्यक्रम के दूसरे सत्र में जितेंद्र सुकुमार, सुंदर सिंह, डॉ. विनोद लवानिया, रीता जयहिंद, करिश्मा सोनी, मालती मिश्रा, अखिल बदायूंनी, कमल शर्मा बेधड़क आदि कवियों ने भी काव्य पाठ किया.