अजमेरः छपे हुए शब्दों की ताकत तथा प्रभाव से पाठकों को रूबरू करवाने के लिए अजमेर में 13 से 21 अप्रैल तक होने वाला राष्ट्रीय पुस्तक मेला एक सशक्त माध्यम बनेगा. यह उम्मीद अतिरिक्त जिला कलक्टर आनन्दी लाल वैष्णव ने पुस्तक मेला आयोजन संबंधी बैठक में जताई. वैष्णव ने कहा कि विद्यार्थियों में अध्ययन के प्रति रूचि उत्पन्न करवाने का यह बेहतरीन अवसर है. बच्चों में पुस्तक पाठन एक हॉबी की तरह विकसित होना चाहिए. पुस्तकें पढ़ने से व्यक्तित्व में परिपूर्णता आती है, उसमें निखार आता है. बच्चों को आभासी दुनिया से किताबों की दुनिया की तरफ डायवर्ट करने में इस अवसर का अधिकाधिक उपयोग किया जाना चाहिए. प्रशिक्षु आईएएस तेजस्वी राना ने कहा कि राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा आगामी 13 से 21 अप्रैल तक अजमेर में पहली बार राष्ट्रीय पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है. आजाद पार्क में 9 दिन तक लगने वाले इस पुस्तक मेले में आमजन को देश विदेश के ख्यातनाम लेखकों की पुस्तकें पढ़ने एवं खरीदने का अवसर मिलेगा. यह मेला प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 8 बजे तक रहेगा.
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के सहायक निदेशक (प्रदर्शनी) मयंक सिरोलिया और सहायक संपादक लालित्य ललित ने भी एक पत्रकार वार्ता कर बताया कि राजस्थान के अजमेर में पहली बार 'अजमेर पुस्तक मेला' आयोजित किया जा रहा है. भीषण गर्मी को देखते हुए वातानुकूलित डोम्स में पुस्तक मेले का आयोजन होगा, जिसमें अलग अलग साहित्यिक, सांस्कृतिक, बच्चों की कार्यशालाएं, गतिविधियां एवं संगोष्ठी आयोजित होगी. पुस्तक मेले में हिंदी एवं अंग्रेजी भाषाओं की पुस्तकें होंगी. न्यास द्वारा पुस्तक संस्कृति से आमजन को जोड़ने की यह सकारात्मक और सार्थक पहल है. पुस्तक मेले में हिंदी, अंग्रेजी व राजस्थानी भाषा की पुस्तकों को भी प्रर्दशित किया जाएगा. पुस्तक मेले में प्रतिदिन बच्चों व बड़े पाठकों के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इसमें प्रख्यात रचनाकार भागीदारी करेंगे. शाम के सत्र में बड़े पाठकों की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए कार्यक्रम किए जाएंगे. इसमें कविता, व्यंग्य, नाटक, कहानी व विमर्श के सत्रों को रखा जाएगा, जिसमें राजस्थान के प्रमुख रचनाकारों के अलावा दिल्ली के भी मशहूर लेखक आएंगे. मेले में मतदान जागरूकता से संबंधित विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी. अजमेर के लिए इसे एक विशेष अवसर बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि मेले में नेत्रहीन पाठकों के लिए भी ब्रेल लिपि की पुस्तकें उपलब्ध रहेगी. याद रहे कि नेशनल बुक ट्रस्ट नई दिल्ली में विश्व पुस्तक मेले का आयोजन करता आया है जो कि फ्रैंकफर्ट के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा पुस्तक मेला है. इसमें एक हजार से ज्यादा देशी व विदेशी प्रकाशक अपने नवीनतम प्रकाशन के साथ मौजूद रहते हैं.