जागरण साहित्य सृजन सम्मान दैनिक जागरण के पूर्व प्रधान संपादक नरेंद्र मोहन जी की स्मृति में दिया जाता है। इसकी सम्मान राशि ₹1100000 है। यह सम्मान उन लेखकों को दिया जाता है जिनकी कृति ने पठनीयता, गुणवत्ता और विषय के आधार पर वर्ष भर में सबका ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया। इस सम्मान हेतु किसी कृति का प्रस्ताव प्रकाशक, लेखक, संस्था या अन्य कोई भी भेज सकते हैं। पहला जागरण साहित्य सृजन सम्मान वरिष्ठ लेखक महेंद्र मधुकर जी को वर्ष 2024 में प्रकाशित उनकी कृति वक्रतुंड के लिए प्रदान किया गया।

स्वर्गीय नरेन्द्र मोहन

दैनिक जागरण के पूर्व प्रधान संपादक

(1934-2002)

भारत और भारतीयता में श्री नरेन्द्र मोहन जी की गहरी आस्था थी जो दैनिक जागरण में प्रकाशित उनके लोकप्रिय स्तंभ विचार प्रवाह में लक्षित की जा सकती है। उन्होंने कई पुस्तकों की रचना की जिनमें भारतीय संस्कृति, हिंदुत्व, धर्म और सांप्रदायिकता, आज की राजनीति व भ्रष्टाचार, प्रतिरक्षा और सामरिक नीतिप्रमुख हैं। उनमें से कई कृतियों का अंग्रेजी में भी अनुवाद हुआ। पत्रकारिता और समाजसेवा के लिए श्री नरेन्द्र मोहन जी को अनेक पुरस्कार और सम्मान मिले। वर्ष 1996 में वो भारतीय जनता पार्टी की तरफ से राज्यसभा के सदस्य के तौर पर चुने गए और 2002 तक सदस्य रहे। वो संसद की वित्त संबंधी स्थायी समिति, संसद की दूरसंचार एवं तकनीकी संबंधी समिति के सदस्य रहे। श्री नरेन्द्र मोहन जी को गृह मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति में भी शामिल किया गया था।

SAHITYA-SRIJAN-AWARD