बांसवाड़ा: ठीकरिया स्थित श्रीराम वाटिका में प्रथम सनातनी साहित्य समागम और श्रीराम काव्य महोत्सव में काव्यधारा की शुरुआत आध्यात्मिक गायक वीरेन्द्र सिंह राव ने राग दरबारी में ‘और नहीं कछु काम है भरोसे अपने राम के…‘ भजन से की. उजास परिवार संस्थापक भंवर गर्ग ‘मधुकर‘ ने रामचरित मानस और रामायण संदर्भित श्लोक-चौपाई और दोहों से संचालन किया. आभार प्रदर्शन उजास परिवार की अध्यक्ष मीनाक्षी गर्ग ने किया. इस अवसर पर बड़ा रामद्वारा बांसवाड़ा के प्रमुख संत रामप्रकाश रामस्नेही महाराज ने अपने उद्बोधन में आयोजन की प्रशंसा की और प्रभु श्री राम भक्ति के सूत्रों और जीवन पद्धति को अपनाकर मर्यादाओं का परिपालन करते हुए विश्व कल्याण में भागीदारी का आह्वान किया. मुख्य अतिथि संत रामप्रकाश रामस्नेही महाराज ने सभी रचनाकारों कलाकारों और अतिथियों तथा सहयोगियों को उपरणा पहना कर अभिनन्दन किया तथा शिव कृपा फोटो फ्रेमिंग प्रतिष्ठान के संचालक सुभाष उपाध्याय द्वारा अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर नवनिर्मित मन्दिर पर सृजित अभिराम तस्वीर भेंट की.
श्रीराम काव्य महोत्सव में जीजीटीयू के कुलगीत रचयिता कवि हरीश आचार्य, रंगकर्मी गीतकार सतीश आचार्य, शिक्षाविद् प्रकाश पण्ड्या, अमिता शर्मा, सारिका भुवन त्रिवेदी, गजलकार तारेश दवे, सूर्यकरण सोनी ‘सरोज‘, हरीशचन्द्र सिंह, गीतकार मयूर पंवार, राम पंचाल ‘भारतीय‘, दिव्यांश जोशी, हेमन्त पाठक ‘राही‘, प्रांजल जोशी, कमलेश कमल, नरेन्द्र मदनावत, मोहनदास वैष्णव, बृजमोहन द्विवेदी ‘तूफान‘, डा संजय आमेटा, नरेन्द्र नन्दन, प्राची पाठक, महेश पंचाल ‘माही‘, सन्देश जैन और भाविक श्रीमाली आदि प्रमुख रचनाकारों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से रामभक्ति का ज्वार उमड़ा दिया. काव्य महोत्सव में सृजनकारों ने देर रात तक अपनी प्रस्तुतियां दी, जिसमें गायत्री मंडल, सार्थक संस्थान, दीपशिखा साहित्य संगम, अखिल भारतीय साहित्य परिषद, अखिल भारतीय साहित्य परिषद, राष्ट्रीय कवि संगम, मां सरस्वती साहित्य परिषद, मानस मंडल, निरंकारी सत्संग मंडल, राष्ट्रीय काव्य सुधा परिवार, व्हाली वागड़ी नू मान, हिंदी साहित्य भारती, कलश साहित्य कला संस्थान, दरियाव मंडल, सर्व सनातन जागरण मंच आदि संस्थान के पदाधिकारियों, सदस्यों ने भाग लिया. इस अवसर पर गायत्री मंडल के सह सचिव सुभाष भट्ट, विनोद आर त्रिवेदी, हरीश व्यास, नरहरिकान्त त्रिवेदी, दिनेशचन्द्र शुक्ला, सुभाष पण्ड्या, हीरालाल उपाध्याय, जितेन्द्र व्यास, मनोज शुक्ला, जयप्रकाश व्यास, रवि व्यास, महेन्द्र व्यास, हर्षित रख, राजेन्द्र भट्ट, भगवतीशंकर ठाकोर, डूंगर देवड़ा, विष्णुप्रसाद त्रिवेदी आदि गणमान्य नागरिकों ने रामायण पूजन किया. इस अवसर पर कवि श्याम अश्याम और भाषा विशेषज्ञ डा एलडी जोशी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई.