नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय भाषाओं और नई तकनीक को बढ़ावा देने का कोई अवसर नहीं छोड़ते. इसी सिलसिले में उन्होंने गूगल और अल्फाबेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई से बर्चुअल माध्यम से बातचीत की. इस वार्तालाप के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और पिचाई ने भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण इकोसिस्टम के विस्तार में शामिल होने की गूगल की योजना पर चर्चा की. प्रधानमंत्री ने भारत में क्रोमबुक के निर्माण के लिए एचपी के साथ गूगल की साझेदारी की प्रशंसा की. प्रधानमंत्री ने गूगल की 100 भाषाओं तक पहुंच और काम की पहल पर खुशी जाहिर की और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल को भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराने के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने गूगल को सुशासन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स पर काम करने के लिए भी प्रोत्साहित किया.
प्रधानमंत्री ने गांधीनगर में गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी ‘गिफ्ट‘ में अपना वैश्विक फिनटेक संचालन केंद्र खोलने की गूगल की योजना का भी स्वागत किया. पिचाई ने प्रधानमंत्री को गूगल-पे और यूपीआई की क्षमता और पहुंच का लाभ उठाते हुए भारत में वित्तीय समावेशन में सुधार करने की गूगल की योजनाओं के बारे में जानकारी दी. उन्होंने भारत के विकास पथ में योगदान देने के लिए गूगल की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया. प्रधानमंत्री ने गूगल को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ‘एआई‘ शिखर सम्मेलन पर आगामी वैश्विक साझेदारी में योगदान देने के लिए भी आमंत्रित किया, जिसकी मेजबानी दिसंबर 2023 में नई दिल्ली में भारत द्वारा की जाएगी. ध्यान रहे कि प्रधानमंत्री ने इसी दिन नमो ऐप को लेकर भी बहुत सकारात्मक बातें कहीं. एक्स पर अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा, “नमो ऐप में एक बहुत ही दिलचस्प भाग है जो हमारी लोकतांत्रिक भावना को आगे बढ़ाने में काफी सहायता करेगा. यह आपके लिए स्थानीय सांसद के साथ जुड़ने को आसान बनाएगा, सांसद के साथ संवाद को सुविधाजनक बनाएगा और आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने में भी सहायता करेगा. इसके अलावा, सांसदों और उनके मतदाताओं के लिए, दिलचस्प सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लेकर जीवंत खेल प्रतियोगिताओं तक से जुड़ना आसान हो जाएगा.