मुंबई: “एक चीज जो फिल्मों को अमर बनाती है, वह है अच्छी स्क्रिप्ट और दमदार अभिनय. लेकिन कास्टिंग और शोध भी बहुत महत्त्वपूर्ण हैं.” यह बात डाक्यूमेंट्री, शार्ट फिक्शन और एनिमेशन फिल्मों के लिए चर्चित एमी पुरस्कार विजेता निर्देशक, निर्माता और लेखक रिची मेहता ने कही. 18वें मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उत्सव के एक सत्र में रिची मेहता ने फिल्म निर्माण के बारे में अपनी गहन अंतर्दृष्टि साझा की, जिसमें एक अच्छी स्क्रिप्ट और दमदार अभिनय के शाश्वत महत्त्व पर जोर दिया गया. उन्होंने सफल कहानी कहने के मूलभूत तत्त्वों के बारे में चर्चा करते हुए अपने अनूठे दृष्टिकोण का खुलासा किया. फिल्म निर्माता फिल्म के क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय कार्यों के बावजूद विशेष रूप से अपराध शैली की ओर आकर्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा, “मुझे स्थानीय कहानियां कहानी बताने में कोई दिलचस्पी नहीं है, जिन्हें स्थानीय फिल्म निर्माता बेहतर तरीके से बता सकते हैं. मुझे बहुत बड़ी कहानियों में दिलचस्पी है, ऐसी कहानियां जो एक प्रजाति के रूप में हमारी क्षमताओं के मूल तक पहुंचती हैं.”
इस सत्र में ‘दिल्ली क्राइम‘ और ‘पोचर‘ जैसी प्रशंसित शृंखलाओं के लिए चर्चित मेहता से रोहिणी रामनाथन ने बात की और क्राइम थ्रिलर फिल्म निर्माण की पेचीदगियों पर गहन चर्चा की. मेहता ने यह माना कि वे अपराध शैली का इस्तेमाल विभिन्न दर्शकों को आकर्षित करने के साथ ही व्यापक, किंतु अक्सर अधिक जटिल विषयों को संबोधित करने के लिए एक साधन के रूप में करते हैं. रिची मेहता ने कहा, “मनोरंजन अंत तक पहुंचने का एक साधन मात्र है. यह अपने आप में कोई अंत नहीं है.” अपनी बहुप्रशंसित अपराध थ्रिलर की उत्पत्ति को याद करते हुए मेहता ने कहा कि उनकी डाक्यूमेंट्री ‘इंडिया इन ए डे‘ की प्रक्रिया में एकत्र किए गए हाथीदांत के बस्ट के क्राउड सोर्स्ड फुटेज ने हाथियों के अवैध शिकार के विषय में उनकी रुचि जगाई, जिससे ‘पोचर‘ का निर्माण हुआ. इस प्रवासी निर्माता ने अपनी मातृभूमि को लेकर कुछ करने की हार्दिक जिम्मेदारी की बात कही और कहा कि हमें लोगों से बात करने और उन्हें जानने का अवसर मिलता है. यहीं से हम सब कुछ सीखते हैं. मैं ऐसी चीजें दिखाने को लेकर विशेष रूप से सजग था, जिन्हें देखने की लोगों को आदत नहीं है. अगर मैं जानवरों का मानवीकरण करूं, तो मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि मनुष्यों को लेकर उनकी प्रतिक्रिया भय या उदासीनता की होगी. कई भाषाओं में सीरीज को निर्देशित करने की तकनीकी और भाषाई चुनौतियों पर उन्होंने कहा कि यह एक अद्भुत शिक्षण अनुभव था. मुझे यह सुनिश्चित करना था कि मैंने अंग्रेजी में जो लिखा है, वह सही रूप में प्रस्तुत हो सके. उन्होंने कहा कि मुझे लेखन में शोध करना बहुत पसंद है.