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दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति2025-12-02T06:14:07+05:30

दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति

अपनी भाषा हिंदी में मौलिक शोध को बढ़ावा देने के लिए हिंदी हैं हम के अंतर्गत दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति की शुरुआत की गई थी। दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति के अंतर्गत राजनीति शास्त्र, समाज शास्त्र, अर्थनीति और कूटनीति आदि में हिंदी में मौलिक शोध कराने के लिए शोधार्थियों से आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति के आवेदन पर सम्मानित निर्णायक मंडल मंथन कर विषय और शोधार्थी का चयन करते हैं। चयनित विषय पर शोधार्थी को कम से कम छ: महीने और अधिकतम नौ महीने के लिए दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति दी जाती है। दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति के लिए अंतराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक हर महीने 75000 रुपए मानदेय दिए जाने का प्रावधान है। दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति के दौरान चयनित शोधार्थी को हर तीन महीने पर अपने कार्य की प्रगति रिपोर्ट विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत करनी होती है। शोध की समाप्ति के बाद शोधार्थी को करीब दो सौ पन्नों की एक पुस्तक प्रस्तुत करनी होगी। दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति के तहत किए गए शोधकार्य के प्रकाशन में दैनिक जागरण मदद करता है। लेकिन पुस्तक पर शोधार्थी का सर्वाधिकार सुरक्षित होगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत अबतक तीन पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है।

ज्ञानवृत्ति का निर्णायक मंडल

प्रो. (डा.) हिना सिंह
प्रो. (डा.) हिना सिंहराजनीति विज्ञान विभाग
मिरांडा हाउस, दिल्ली विश्वविद्यालय
प्रो. प्रमोद कुमार
प्रो. प्रमोद कुमारभारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली
रणनीतिक संचार विभाग के संस्थापक अध्यक्ष, डीन छात्र कल्याण, आउटरीच एक्टिविटीज विभाग के अध्यक्ष और आईआईएमसी की प्रतिष्ठित यूजीसी सूचीबद्ध शोध पत्रिका ‘संचार माध्यम’ के संपादक।
प्रो. हीरामन तिवारी
प्रो. हीरामन तिवारीअध्यक्ष, इतिहास अध्ययन केंद्र, जेएनयू
दैनिक जागरण
दैनिक जागरणसंपादक मंडल
दैनिक जागरण संपादक मंडल

सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्न

⁠दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति क्या है?2025-11-29T09:38:43+05:30

दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति, ‘हिंदी हैं हम’ अभियान के अंतर्गत शुरू की गई एक पहल है, जिसका उद्देश्य हिंदी भाषा में मौलिक शोध को प्रोत्साहित करना है।

किन विषयों में शोध के लिए आवेदन किए जा सकते हैं?2025-11-29T09:45:40+05:30

सिनेमा और साहित्य से इतर सभी विषयों पर

आवेदन की प्रक्रिया क्या है?2025-11-29T09:45:45+05:30

शोधार्थियों से आवेदन प्राप्त होने के बाद सम्मानित निर्णायक मंडल प्रत्येक आवेदन पर मंथन कर विषय और शोधार्थी का चयन करता है।
शोध प्रस्ताव में निम्न बिन्दुओं का उल्लेख करना शोधार्थियों के लिए अत्यंत आवश्यक है :
(1) विषय प्रस्तावना : न्यूनतम 500 शब्दों में
(2) शोध की रूपरेखा
(3) शोध का उद्देश्य
(4) शोध प्रक्रिया
(5) शोध कार्यक्षेत्र

चयनित शोधार्थी को कितने समय के लिए ज्ञानवृत्ति दी जाती है?2025-11-29T09:45:57+05:30

चयनित शोधार्थी को कम से कम 6 महीने और अधिकतम 9 महीने की अवधि के लिए ज्ञानवृत्ति प्रदान की जाती है।

मानदेय (Stipend) कितना दिया जाता है?2025-11-29T09:46:08+05:30

चयनित शोधार्थियों को हर महीने ₹75,000 का मानदेय दिया जाता है।

शोध के दौरान क्या रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होती है?2025-11-29T09:46:19+05:30

हाँ, शोधार्थी को हर तीन महीने में अपने कार्य की प्रगति रिपोर्ट विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत करनी होती है।

शोध पूरा होने के बाद क्या प्रस्तुत करना होता है?2025-11-29T09:46:33+05:30

शोध की समाप्ति पर शोधार्थी को लगभग 200 पन्नों की एक पुस्तक प्रस्तुत करनी होती है।

क्या शोधकार्य का प्रकाशन दैनिक जागरण करता है?2025-11-29T09:46:46+05:30

हाँ, दैनिक जागरण प्रकाशन में सहायता करता है। हालाँकि पुस्तक पर शोधार्थी का सर्वाधिकार सुरक्षित रहता है।

अब तक कितनी पुस्तकों का प्रकाशन हुआ है?2025-11-29T09:47:01+05:30

अब तक इस कार्यक्रम के अंतर्गत तीन पुस्तकों का प्रकाशन किया जा चुका है।

ज्ञानवृत्ति के लिए शैक्षणिक योग्यतायें क्या हैं?2025-11-29T09:47:13+05:30

स्नातक एवं स्नातक से ऊपर की कक्षाओं के विद्यार्थियों हेतु

शोधकार्य हेतु कौन सी भाषा मान्य है?2025-11-29T09:47:25+05:30

हिंदी

शोधार्थी की आयु सीमा क्या है?2025-11-29T09:47:36+05:30

N/A

शोधार्थी भारत के किस राज्य/ अंतरराष्ट्रीय होना चाहिए?2025-11-29T09:47:49+05:30

किसी भी राज्य/देश

क्या शोधकार्य हेतु किसी प्रकार का यात्रा/आवास भत्ता शोधार्थी को मिलेगा?2025-11-29T09:48:02+05:30

नहीं

क्या सरकारी अथवा गैरसरकारी क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारी/पूर्व कर्मचारी इस शोधकार्य में हिस्सा ले सकते हैं?2025-11-29T09:51:31+05:30

हाँ

पहले से ही किसी विषय पर शोधकार्य में रत व्यक्ति ज्ञानवृत्ति हेतु आवेदन कर सकता है?2025-11-29T09:51:33+05:30

हाँ

क्या ब्रेललिपि में यह शोधकार्य होने का प्रावधान है?2025-11-29T09:51:35+05:30

नहीं

क्या शोधकार्य मुक्त शिक्षा प्रणाली के आधार पर मान्य है?2025-11-29T09:51:38+05:30

हाँ

क्या दो या दो से अधिक व्यक्ति एक साथ ज्ञानवृत्ति के अंतर्गत किसी एक विषय पर शोध कर सकते हैं?2025-11-29T09:51:40+05:30

नहीं

ज्ञानवृति हेतु विषय का चुनाव कैसे होता है?2025-11-29T09:51:42+05:30

निर्णायक मंडल और शोधार्थी के बीच परस्पर विचार/आकलन के द्वारा

क्या शोधकार्य हेतु गाइड/शोध-पर्यवेक्षक सुनिश्चित किये गये हैं/जायेंगे?2025-11-29T09:51:43+05:30

हाँ

क्या जागरण प्रकाशन लिमिटेड में कार्यरत कोई कर्मचारी इस शोधकार्य हेतु मान्य होगा?2025-11-29T09:51:46+05:30

नहीं

क्या शोधकार्य हेतु पुस्तकों/पत्रिकाओं की खरीद हेतु छात्रवृत्ति से अलग किसी प्रकार की राशि सुनिश्चित की गयी है?2025-11-29T09:51:50+05:30

नहीं

क्या शोधकार्य हेतु किसी प्रकार की तकनीकी सहायता जैसे लैपटॉप/टैब/ मोबाइल आदि उपलब्ध कराने का प्रावधान है?2025-11-29T09:51:50+05:30

नहीं

ज्ञानवृति के भीतर होने वाले शोधकार्य की समय सीमा क्या है?2025-11-29T09:51:52+05:30

9 माह

यदि किसी कारणवश ज्ञानवृति हेतु चयनित शोधार्थी का कार्य अंतिम रूप से प्रस्तुत करने के बाद रद्द होता है, तब क्या शोधार्थी को ज्ञानवृति में प्राप्त हुई राशि लौटानी होगी?2025-11-29T09:51:55+05:30

नहीं

पहली दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति के अंतर्गत चयनित शोधार्थी

दीप्ति सामंत रे

इलाहाबाद
प्रधानमंत्री जनधन योजना के भारत में वित्तीय समावेशन
पर प्रभावों का समालोचनात्मक विश्लेषण

नाइश हसन

लखनऊ
भारत के मुस्लिम समुदाय में मुता विवाह, एक सामाजिक अध्ययन

निर्मल कुमार पांडे

बलिया
हिंदुत्व का राष्ट्रीयकरण बजरिए हिंदी हिंदू हिन्दुस्तान, औपनिवेशिक भारत में
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