भोपाल: ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अमेरिका ने अपने प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान तथा शिवना प्रकाशन, सिहोर ने अपने कथा-कविता सम्मान घोषित कर दिए हैं. ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन सम्मानों की चयन समिति के संयोजक पंकज सुबीर ने बताया कि 'ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन लाइफ़ टाइम एचीवमेंट सम्मान' हिंदी की वरिष्ठ साहित्यकार ममता कालिया को प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है. इस सम्मान के तहत इक्यावन हज़ार रुपए की सम्मान राशि तथा सम्मान पत्र प्रदान किया जाएगा. वहीं 'ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान' उपन्यास विधा में वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री उषाकिरण ख़ान को वाणी प्रकाशन से प्रकाशित उनके उपन्यास 'अगनहिंडोला' हेतु तथा कहानी विधा में प्रवासी कहानीकार अनिलप्रभा कुमार को भावना प्रकाशन से प्रकाशित उनके कहानी संग्रह 'कतार से कटा घर' हेतु प्रदान किए जाएंगे. दोनों सम्मानित रचनाकारों को इकतीस हज़ार रुपए की सम्मान राशि तथा सम्मान पत्र प्रदान किया जाएगा.
शिवना प्रकाशन के सम्मानों की चयन समिति के संयोजक नीरज गोस्वामी ने बताया कि 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कथा सम्मान' हिंदी लेखिका प्रज्ञा को लोकभारती प्रकाशन से प्रकाशित उनके उपन्यास 'धर्मपुर लॉज' के लिए, 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कविता सम्मान' कवयित्री रश्मि भारद्वाज को सेतु प्रकाशन से प्रकाशित उनके कविता संग्रह 'मैंने अपनी माँ को जन्म दिया है' के लिए प्रदान किया जाएगा. दोनों सम्मानित रचनाकारों को इकतीस हज़ार रुपए की सम्मान राशि तथा सम्मान पत्र प्रदान किया जाएगा. 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कृति सम्मान' शिवना प्रकाशन से प्रकाशित कहानी संग्रह 'दो ध्रुवों के बीच की आस' के लिए कथाकार गरिमा संजय दुबे को प्रदान किया जाएगा. सम्मान के तहत ग्यारह हज़ार रुपए सम्मान राशि तथा सम्मान पत्र प्रदान किया जाएगा. ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अमेरिका तथा शिवना प्रकाशन द्वारा हर वर्ष साहित्य सम्मान प्रदान किए जाते हैं. पिछले वर्ष यह सम्मान भोपाल में आयोजित एक समारोह में प्रदान किए गए थे. इस वर्ष कोरोना से उत्पन्न हालातों में सम्मानित रचनाकारों को ये सम्मान एक ऑनलाइन कार्यक्रम में प्रदान किए जाएंगे. ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अमेरिका की ओर से यह चतुर्थ सम्मान समारोह है. जबकि शिवना सम्मान का यह दूसरा वर्ष है.