नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी इस वर्ष 70 वर्ष पूरे कर रही है. इस अवसर को स्मरणीय बनाने के लिए स्थानीय 11 से 16 मार्च 2024 तक रवींद्र भवन परिसर में अकादेमी द्वारा प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला ‘साहित्योत्सव’ इस बार विश्व के सबसे बड़े साहित्योत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. अकादेमी के सचिव के श्रीनिवासराव के मुताबिक इस वर्ष 190 से अधिक सत्रों में 1100 से अधिक प्रसिद्ध लेखक और विद्वान भाग ले रहे हैं. इसमें देश की 175 से अधिक भाषाओं का भी प्रतिनिधित्व होगा. साहित्योत्सव की शुरुआत अकादेमी की वर्षभर की प्रमुख गतिविधियों की प्रदर्शनी से होगा. इसका मुख्य आकर्षण साहित्य अकादेमी पुरस्कार अर्पण समारोह, गुलजार द्वारा संवत्सर व्याख्यान और साहित्य अकादेमी के महत्तर सदस्यों का अभिनंदन है. इस दौरान बहुभाषी कवि और कहानी-पाठ, युवा साहिती, अस्मिता, पूर्वोत्तरी, जैसे नियमित कार्यक्रमों के अलावा भारत का भक्ति साहित्य, भारत में बाल साहित्य, भारत की अवधारणा, मातृभाषाओं का महत्त्व, आदिवासी कवि एवं लेखक सम्मिलन, भविष्य के उपन्यास, भारत में नाट्य लेखन, भारत की सांस्कृतिक विरासत, भारतीयों भाषाओं में विज्ञान कथा साहित्य, नैतिकता और साहित्य, भारतीय साहित्य में आत्मकथाएं, साहित्य और सामाजिक आंदोलन, विदेशों में भारतीय साहित्य जैसे अनेक विषयों पर परिचर्चा और परिसंवाद होंगे.
राव ने बताया कि इस बार की राष्ट्रीय संगोष्ठी का विषय है- स्वातंत्र्योत्तर भारतीय साहित्य. इसके अतिरिक्त अखिल भारतीय दिव्यांग लेखक सम्मेलन, एलजीबीटीक्यू लेखक सम्मिलन, मीर तक़ी मीर की जन्म-त्रिशतवार्षिकी पर संगोष्ठी, गोपीचंद नारंग पर एक परिसंवाद जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम होंगे. बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिताएं साहित्यिक प्रश्नोत्तरी और कई प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जा रहा है. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे. छह दिन तक चलने वाले इस साहित्योत्सव में एसएल भैरप्पा, चंद्रशेखर कंबार, पाल ज़कारिया, आबिद सुरती, के सच्चिदानंदन, चित्रा मुद्गल, मृदुला गर्ग, के इनोक, ममंग दई, एचएस शिवप्रकाश, सचिन केतकर, नमिता गोखले, कुल सैकिया, वाईडी थोंगची, मालाश्री लाल, कपिल कपूर, अरुंधति सुब्रह्मण्यम, रख़्शंदा जलील, राणा नायर, वर्षा दास, सुधा शेषाय्यन, उदय नारायण सिंह, अरुण खोपकर, शीन काफ़ निज़ाम आदि भाग लेंगे. साहित्योत्सव में तीन राज्यों के राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद खान, विश्वभूषण हरिचंदन, सीवी आनंद बोस विशेष रूप से भाग ले रहे हैं.