बिलासपुर: वनमाली सृजन पीठ ने एक काव्योत्सव का आयोजन किया, जिसमें दिवाकर मुक्तिबोध, बलदेव राम साहू, केवल कृष्ण पाठक सहित मध्य प्रदेश के कई वरिष्ठ साहित्यकार उपस्थित थे. अतिथियों ने भी अपनी कविताओं का पाठ किया, और प्रस्तुत कविताओं पर अपने विचार साझा किए. इस अवसर पर युवा लेखक, एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी सनीश चंद्रा की पुस्तक ‘मुझमें दिल्ली बसता है‘ का विमोचन भी किया गया. इस आयोजन में केवल कृष्ण पाठक ने अपनी पुस्तक ‘गजल की बात, गजलों के साथ‘ कुलपति और कुलसचिव को पुस्तक भेंट की. प्रथम सत्र में कविता पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें कल्पना कौशिक, रचना पाल, अनु चक्रवर्ती, गंगाधर पटेल, राजेश मानस, शरद यादव, डा ललित द्विवेदी, मनीष भारद्वाज, राजेंद्र मौर्य, केशव प्रसाद पूर्णिमा तिवारी ने अपने सुमधुर कविता से समां बांध दिया. डा देवघर महंत ने प्रार्थना कविता से सुंदर प्रस्तुति दी.
सनत तिवारी ने छत्तीसगढ़ी कविता महतारी मोर सृष्टि के रचना से प्रस्तुति दी. केदार दुबे ने नए वर्ष पर अपनी कविता प्रस्तुत की. बलदेव राम साहू ने ‘लगता है अब इस धरती में कोई भगवान रहेगा‘ से अपनी श्रद्धा को व्यक्त किया. अजय पाठक नवगीतकार ने अपनी कविता ‘जिसके सपने अधिक सुहाए उसे वोट दे आई‘ के माध्यम से चुनावी प्रपंच और नेताओं द्वारा दिए गए प्रपंच को व्यक्त किया गया. अध्यक्षीय उद्बोधन में बुधराम यादव ने छत्तीसगढ़ के प्रति माया के प्रति अपने प्रेम को कविता द्वारा प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन वनमाली सृजन पीठ के अध्यक्ष सतीश जायसवाल ने किया. कविता के तीनों सत्रों की अध्यक्षता बलदाऊ राम साहू ने की. कार्यक्रम का संचालन महेश श्रीवास ने किया.