नाहन: शंखनाद सामाजिक संगठन द्वारा हिमाचल निर्माता डा यशवंत सिंह परमार की जयंती पर एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस आयोजन में कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से डा परमार को याद किया और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. शंखनाद संगठन के निदेशक डा श्रीकांत अकेला ने बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य डा परमार की याद में साहित्यकारों और कवियों के योगदान को प्रस्तुत करना था. कवि सम्मेलन के मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अजय पाठक ने हिस्सा लिया, जबकि सेवानिवृत्त डीएफओ डा प्रदीप शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए. सम्मेलन की अध्यक्षता संगठन के राज्य अध्यक्ष ललित शर्मा ने की और संचालन वरिष्ठ कवि, लेखक, और गीतकार दिलीप वशिष्ठ ने किया.
मुख्य अतिथि डा अजय पाठक ने कवियों, लेखकों, और साहित्यकारों को संबोधित करते हुए कहा कि कवि, लेखक और साहित्यकार समाज में जन के मन की बात लिखें और समाज को जागरूक करने का प्रयास करें, यही असली साहित्य सेवा है. कवि सम्मेलन में जिला सिरमौर से दो दर्जन से अधिक साहित्यकारों ने भाग लिया. प्रमुख कवियों और साहित्यकारों में दीप राज विश्वास, कयुम सैय्यद, चिरानंद, प्रदीप शर्मा, विजय रानी बंसल, अनु भारद्वाज, मीनाक्षी वर्मा, बाल कवि दिव्यांश, सरला गौतम, रेणू गोस्वामी, सुनिता भारद्वाज, प्रताप पराशर, डा ईश्वर राही, अनुज, मनीष कुमार, राम कुमार सैनी, दिलीप वशिष्ठ, डा श्रीकांत अकेला, डीएल चौहान, पंडित लायक राम भारद्वाज, ललित शर्मा और संतोष पोजटा शामिल थे. मुख्य अतिथि डा अजय पाठक ने भी अपनी कविताओं से उपस्थित श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी. इस अवसर पर चेतना शर्मा, योगी गिरीश शर्मा, समाजसेवी उषा शर्मा, सुनीता शर्मा, राकेश भारद्वाज सहित अनेक शिक्षाविद और समाजसेवी उपस्थित थे.