नई दिल्लीः मध्य प्रदेश के प्राकृतिक वन्यजीव, इतिहास और पौराणिक कथाओं को कोरोना काल में वर्चुअल मीडिया पर काफी जगह मिल रही है. मध्य प्रदेश के मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्राकृतिक सौंदर्य और पारिस्थितिकी तंत्र का प्रदर्शन करने के लिए देश के पर्यटन मंत्रालय ने 'देखो अपना देश' श्रृंखला के अंतर्गत 'मध्य प्रदेश के अनोखे वन्य जीवन' पर एक वेबिनार प्रस्तुत किया. इस वेबिनार के द्वारा अतुल्य भारत के हृदय के रूप में स्थापित दुनिया के सबसे अधिक जैव विविधता वाले समृद्ध हॉटस्पॉट में से एक मध्य प्रदेश की व्यापक वर्चुअल सफारी अनुभव प्रदान किया गया. पर्यटन मंत्रालय की अतिरिक्त महानिदेशक रूपिंदर बराड़ और युवा वन्यजीव फिल्मकार सुयश केशरी ने इस वेबिनार श्रृंखला से एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत भारत की समृद्ध विविधता को दर्शाने का प्रयास किया. सुयश द्वारा इस मनमोहक यात्रा की शुरुआत बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान से की गई, जिसे बाघों के लिए स्वर्ग के नाम से भी जाना जाता है. यह राष्ट्रीय उद्यान लगभग 32 पहाड़ियों की प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाता है.
बंधव का अर्थ होता है भाई और गढ़ का अर्थ होता है किला, जो भगवान राम की पौराणिक कथाओं के इर्द-गिर्द घूमता है, जिन्होंने अपने भाई लक्ष्मण को किला, जो कि राष्ट्रीय उद्यान के शीर्ष पर स्थित है, उपहार में दिया था और इसलिए इस राष्ट्रीय उद्यान का नाम बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान पड़ा. बाघों के अलावा, यह राष्ट्रीय उद्यान कई अन्य अद्भुत प्रजातियों के लिए एक घर है जैसे कि तितलियां, जो अंगूठे के नाखून से छोटी होती हैं और भारतीय बाइसन जो दुनिया की सबसे बड़ी गोजातीय प्रजातियों में से एक है. हाथियों का एक समूह बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के प्राकृतिक वास से प्रभावित होकर ओडिशा से इस राष्ट्रीय उद्यान में पलायन कर आ गया और अक्टूबर, 2018 से वहीं पर रह रहा है. सुयश ने बाघों के संदर्भ में कुछ रोचक तथ्यों को भी स्वीकार किया जैसे कि उनके नाक के रंग से बाघ की उम्र का निर्धारण- नाक जितनी छोटी होगी, बाघ उतना ही युवा होगा. बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के अलावा, भारत के हृदय में कई अन्य स्थान हैं, जो हमारे देश की जैव-विविधताओं का प्रदर्शन करते हैं जैसे कि संजय दुबरी राष्ट्रीय उद्यान, पंचमारी जीवमंडल रिजर्व, जो अपने सुंदर दृश्यों और झरनों के लिए प्रसिद्ध है.सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, जो कि भारत का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है जहां पर पैदल सफारी की अनुमति प्राप्त है.