पटनाः किसी भी कथाकार के लिए यह बड़ी बात है कि उसके द्वारा रचित साहित्य को कला के दूसरे मंच भी उठाएं. इस लिहाज से किसी कहानी, उपन्यास पर धारावाहिक या फिल्म बनना या उसका नाट्य मंचन होना अब आम हो चला है, पर अभी भी चित्रकार और रंग जगत से जुड़े लोग कृतियों पर उस अनुपात में चित्रांकन नहीं कर रहे जिस अनुपात में होना चाहिए. पर निफ्ट पटना की क्रिएटिव राइटिंग की क्लास ने हाल ही में ऐसा एक आयोजन कर डाला, जिसकी खास बात यह कि रचनाकार स्वयं अपनी कथा की कला प्रस्तुति के समय उपस्थित था. निफ्ट पटना ने रत्नेश्वर सिंह के बहुचर्चित उपन्यास “रेखना मेरी जान” बाकायदा चित्रांकन प्रतियोगिता कराई, जिसमें हर छात्र ने अपनी समझ और कला को एक चित्रकारी के रूप में पेश किया.
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार विजेता फिल्म समीक्षक विनोद अनुपम थे. उन्हें हाल ही में बिहार संगीत व नाटक अकादमी का सचिव नियुक्त किया गया है. इस  कार्यक्रम का उदघाटन,नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट नई दिल्ली की सलाहकार समिति के अध्यक्ष श्याम जी ने किया. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रख्यात कलाकार मनोज कुमार बच्चन थे. इस प्रतियोगिता कार्यक्रम में छात्रों की हौसला अफजाई करने के लिए निफ्ट पटना के निदेशक संजय श्रीवास्तव भी मौजूद थे. कार्यक्रम में 32 छात्रों ने भाग लिया और उनकी कला क्षमता और अभिव्यक्ति उत्साह को देख अन्य छात्र भी इससे लाभान्वित दिखे. कार्यक्रम का संचालन प्रथम वर्ष के छात्र सचिन सौरव और द्वितीय वर्ष की छात्रा हिब्बा शम्सी ने किया. द्वितीय वर्ष की छात्रा अदिति शिरोमणि और छात्रा मिस्सी मीमांसा ने काफी सक्रिय भूमिका निभाई.