जयपुर: साहित्य अकादेमी से सम्मानित कवि बद्री नारायण को इस वर्ष का कविता के लिए ‘कन्हैया लाल सेठिया पुरस्कार’ देने की घोषणा की गई है. यह पुरस्कार उन्हें उनकी उत्कृष्ट काव्य रचनाओं और सामाजिक-राजनीतिक संदेशों के लिए प्रदान किया जाएगा. यह पुरस्कार जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के अवसर पर 1 फरवरी को दिया जा रहा है. याद रहे कि बद्री नारायण की कविताओं ने साहित्य जगत में अपनी विशेष पहचान बनाई है. ‘सच सुने कई दिन हुए’, ‘शब्दपदीयम’, ‘खुदाई में हिंसा’ और ‘तुमड़ी का शब्द’ जैसे कविता संग्रह उनकी रचनात्मकता और समाज के प्रति संवेदनशीलता की गवाही देते हैं. अपनी कविताओं के माध्यम से बद्री नारायण ने कमजोर वर्गों, पिछड़े हुए समुदायों और मजलूमों की आवाज़ को साहित्य में जगह दी है.
बद्री नारायण की कविताओं में लोक ज्ञान और जीवन के सरल, मगर गहरे अनुभवों का समावेश है. वे गोरखनाथ, दादू, पीपा, धाना, कबीर, और रैदास जैसे संतों की उपदेशों और विचारों को अपनी कविताओं में सहज रूप से पिरोते हैं. इसके साथ ही उनका लेखन प्रेम, संघर्ष और मानवता के विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है. उनकी रचनाओं का अनुवाद अंग्रेजी, डच, फ्रेंच और ओड़िआ जैसी भाषाओं में भी हो चुका है. साहित्य अकादेमी सम्मान के अलावा वे भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार, बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान, केदार सम्मान, स्पंदन कृति पुरस्कार, राष्ट्रकवि दिनकर पुरस्कार, शमशेर सम्मान और मीरा स्मृति सम्मान आदि से सम्मानित हैं. कन्हैया लाल सेठिया पुरस्कार अरुंधती सुब्रमण्यम, के सच्चिदानंदन और रंजीत होस्कोटे को दिया जा चुका है.