पूर्णिया: स्थानीय कलाभवन साहित्य विभाग के तत्वावधान में पंडित जनार्दन प्रसाद झा द्विज की 121वीं जयंती धूमधाम से मनायी गयी. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्णिया विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर डा पवन कुमार झा और विशिष्ट अतिथि के रूप में आकाशवाणी पूर्णिया के पूर्व निदेशक डा प्रभात नारायण झा, कला भवन प्रन्यास सदस्य प्रियव्रत नारायण सिंह, कटिहार महिला कालेज की पूर्व प्राचार्य डा चंदन झा मंचासीन थे. मुख्य अतिथि पवन कुमार झा ने द्विज की स्मृति को नमन करते हुए उनकी ओजस्वी वक्तृत्व शक्ति और अनुशासन प्रियता पर बल दिया. डाक्टर प्रभात नारायण झा ने कहा कि पंडित जी एक ओजस्वी वक्ता, अनुशासन के पाबंद और कलम के सशक्त हस्ताक्षर थे. विशिष्ट अतिथि चंदना झा ने द्विज के जीवन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने द्विज की कई कविताओं का उल्लेख करते हुए कवि के लेखन को याद किया. प्रियव्रत नारायण सिंह ने सुधांशु और द्विज के पारस्परिक संबंधों से जुड़ी कई घटनाओं को साझा किया.

आरंभ में अतिथियों ने पंडित द्विज के तेल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया और सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. कलाभवन संगीत विभाग की छात्राओं ने सरस्वती वंदना और स्वागत गान प्रस्तुत किया. इस मौके पर शास्त्रीय गायिका रानू भट्टाचार्य और सालिया झा ने भी अपने गायन की प्रस्तुति दी. डा निरुपमा राय ने अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया. कार्यक्रम का संचालन साहित्य विभाग की संयोजिका डा निरुपमा राय और शल्या झा ने संयुक्त रूप से किया. यह कार्यक्रम पुरानी पीढ़ी से नई पीढ़ी को जोड़ने की एक कोशिश के रूप में सामने आया, जिसमें विभिन्न स्कूलों से आए छात्र-छात्राओं ने साहित्यकार पंडित जनार्दन प्रसाद झा द्विज के बारे में कविता और जीवन को दर्शकों के सामने रखा. सभी सहभागी बच्चों को प्रमाण-पत्र दिया गया.  सरस्वती विद्या मंदिर के प्रज्ञा पराशर, रीना कुमारी और अभिनव शांडिल ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया. इस अवसर पर डाक्टर केके चौधरी, बाबा बैद्यनाथ झा, किरण सिंह, रीता सिंह, डाक्टर सविता ओझा, अंकिता विश्वकर्मा, डाक्टर सीता कुमारी, मिताली, मीनू, मलय झा, अजय कुमार सिंह, जयवर्धन सिंह जैसे कई साहित्यकार, बुद्धिजीवी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे. महिला कालेज अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष डा उषा शरण ने धन्यवाद ज्ञापन किया.