पुणे: “हमारी परंपरा और विरासत भविष्य की उत्कृष्टता की हमारी यात्रा शुरू करने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करती है.” यह बात केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, रेलवे तथा इलेक्ट्रानिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पुणे में भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान के आडिटोरियम के उद्घाटन अवसर पर कही. उद्घाटन के बाद छात्रों और शिक्षकों से खुले मंच पर बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका लक्ष्य संस्थान को वैश्विक मंच पर ले जाना है. वैष्णव ने देश में सिनेमा शिक्षा पर अपना दृष्टिकोण समझाया. उन्होंने विद्यार्थियों के लिए करियर के अवसरों को मजबूत करने तथा उन्हें उद्योगों से अधिक से अधिक जोड़ने पर जोर दिया. वैष्णव ने गति शक्ति विश्वविद्यालय का उदाहरण दिया, जो बहुत कम समय में विश्व स्तर पर प्रमुख प्रतिभा प्रदाता बन गया है. यह नया आडिटोरियम न केवल एफटीआईआई के शिक्षण के लिए एक अमूल्य संपत्ति है, बल्कि यह पुणे के समृद्ध सांस्कृतिक परिदृश्य में भी वृद्धि करेगा.
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सिनेमा प्रोजेक्टर, मंच प्रदर्शन के लिए पीए सिस्टम और अत्याधुनिक डोल्बी एटमास सराउंड साउंड सिस्टम जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस आडिटोरियम में 586 लोगों के बैठने की क्षमता है. वैष्णव ने कहा कि आडिटोरियम की सबसे अनूठी विशेषताओं में से एक इसकी अभिनव, होरिजेंटल मूवेबल स्क्रीन है, जो 50 फीट चौड़ी और 20 फीट ऊंची है. इस अत्याधुनिक स्क्रीन को रिमोट कंट्रोल का उपयोग करके आसानी से एडजस्ट किया जा सकता है, जिससे आडिटोरियम को आसानी से सिनेमा थियेटर में बदला जा सकता है. माना जाता है कि यह अपनी तरह की पहली अग्रणी विशेषता है, जो आडिटोरियम डिजाइन में वर्सेटिलिटी और फ्लेक्सिबिलिटी के संदर्भ में नए मानक स्थापित करती है. एफटीआईआई ने इस सुविधा के पेटेंट के लिए पहले ही आवेदन दायर कर दिया है. कार्यक्रम के तहत केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने संस्थान की विभिन्न सुविधाओं का दौरा किया और संकाय के साथ बातचीत भी की. वैष्णव ने रचनात्मक अर्थव्यवस्था पर अपने विचार व्यक्त किए और विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान की प्रतिभा और इकोसिस्टम की मदद से हम इस क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल करेंगे.