नई दिल्ली: कलिंगा साहित्य उत्सव ने अपने चौथे वार्षिक केएलएफ बुक अवार्ड्स की अंतिम चयन सूची की घोषणा कर दी है. इस वर्ष की अंतिम चयन सूची में हिंदी की 6 और अंग्रेजी की 7 श्रेणियों के जिन लेखकों की रचनाओं का चयन हुआ है, उनमें कई प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं. हिंदी की उल्लेखनीय कृतियों में लेखक अनंत विजय की ‘ओवर द टाप: ओटीटी का मायाजाल’, विमल चंद्र पांडेय की ‘दशाश्वमेध’, गरिमा श्रीवास्तव की ‘हिंदी नवजागरण: इतिहास, गल्प और स्त्री-प्रश्न’, नीलेश मिश्रा की ‘गांव से बीस पोस्टकार्ड’, कबीर संजय की ‘गोडावण: मोर अंगना की सोन चिरैया’, यतीश कुमार की ‘बोरसी भर आंचः अतीत का सैरबीन’, मनीषा कुलश्रेष्ठ की ‘वन्या’, प्रभात रंजन की ‘किस्साग्राम’, भगवानदास मोरवाल की ‘कांस’, सर्वेश तिवारी ‘श्रीमुख’ की ‘पूर्णाहुति’, सविता सिंह की ‘वासना एक नदी का नाम है’ और देवी प्रसाद मिश्र की ‘कोई है जो’ प्रमुख रूप से शामिल हैं. अंग्रेजी की सूची में विकास स्वरूप की ‘द गर्ल विद द सेवन लाइव्स’, उपमन्यु चटर्जी की ‘लोरेंजो सर्चेस फार द मीनिंग आफ लाइफ’, डा विक्रम संपत की ‘टीपू सुल्तान: द सागा आफ मैसूर’स इंटररेग्नम (1760-1799)’, मनु एस पिल्लई की ‘गाड्स, गन्स एंड मिशनरीज: द मेकिंग आफ द माडर्न हिंदू आइडेंटिटी’, सोमनाथ बतब्याल की ‘रेड रिवर’, तानिया जेम्स की ‘लूट’, दिलीप सिन्हा की ‘इम्पीरियल गेम्स इन तिब्बत’, त्रिदीप सुहरुद की ‘द डायरी आफ मनु गांधी (1946-1948)’, स्मारक स्वैन की ‘डिजिटल फार्च्यून्स: ए वैल्यू इन्वेस्टर’स गाइड टू द न्यू इकोनामी’, रवि चौधरी की ‘कैपिटलिज्म टू पीपलिज्म’ शामिल है. ये चयन केएलएफ बुक अवार्ड्स के उस उद्देश्य को दर्शाते हैं, जो समृद्ध कथाओं के विविध ताने-बाने को सम्मानित करने के लिए समर्पित है. ये पुरस्कार समकालीन साहित्य की समृद्धि और विविधता को उजागर करते हैं. प्रत्येक पुस्तक श्रेणी के विजेता को रुपए 1 लाख की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी. यह भव्य पुरस्कार समारोह 15 फरवरी को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा.
कलिंगा साहित्य उत्सव के संस्थापक एवं निदेशक रश्मि रंजन परिदा का कहना है कि इस वर्ष विस्तृत सूची से अंतिम चयन सूची तक की यात्रा अत्यंत चुनौतीपूर्ण रही, क्योंकि प्रस्तुत नामांकनों की गुणवत्ता और गहराई असाधारण थी. मैं हमारे प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल के प्रति अपनी हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं. उनकी प्रतिबद्धता और विशेषज्ञता ने 2000 से अधिक नामांकनों के विशाल समूह में से सर्वश्रेष्ठ कार्यों का चयन करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई. पुस्तकों का चयन उनकी मौलिकता, साहित्यिक गुणवत्ता, सामाजिक प्रासंगिकता के आधार पर किया गया. यह अंतिम चयन सूची उन परिवर्तनकारी साहित्यिक कृतियों का प्रतीक है जो अपनी विचारोत्तेजक विषय-वस्तु, नवीन लेखन शैली और समकालीन मुद्दों से जुड़ाव के कारण भविष्य की बौद्धिक और सांस्कृतिक चर्चा को आकार देने में सक्षम हैं. कलिंगा साहित्य उत्सव के सीईओ अशोक कुमार बल ने कहा कि केएलएफ बुक अवार्ड्स केवल साहित्यिक प्रतिभा का सम्मान नहीं हैं, बल्कि उन विविध आवाज़ों का उत्सव भी हैं जो हमारी सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करती हैं. हम विभिन्न भाषाओं, क्षेत्रों, वर्गों और लिंगों के लेखकों को प्रोत्साहित करते हैं ताकि साहित्य में सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो सके. ये कृतियां अपनी विषय-वस्तु और दृष्टिकोण के माध्यम से हमारी सांस्कृतिक विरासत को नए आयाम प्रदान करती हैं. इस अंतिम चयन सूची का निर्माण एक आसान कार्य नहीं था, और मैं हमारे प्रतिष्ठित निर्णायकों के प्रयासों की सराहना करता हूं. याद रहे कि अंग्रेजी, हिंदी और संस्कृत में 15 उत्कृष्ट पुस्तकों के अलावा, केएलएफ बुक अवार्ड्स 21-23 मार्च तक भुवनेश्वर में होने वाले वार्षिक कलिंग साहित्यिक महोत्सव के दौरान ओड़िआ साहित्य के 4 अद्भुत कार्यों को भी मान्यता देगा.