आलोचक मैनेजर पांडेय ने किया पारमिता शतपथी की पुस्तकों का लोकार्पण

नई दिल्ली: उड़िया की लेखिका पारमिता शतपथी की हिंदी में अनूदित तीन पुस्तकों का लोकार्पण आलोचक मैनेजर पांडे ने साहित्य अकादमी सभागार में किया। पारमिता की तीन पुस्तकों उपन्यास अभिप्रेत [...]

2021-10-03T12:55:19+05:30

कथाकार पंकज मित्र को कथाक्रम सम्मान की घोषणा

लखनऊ: वर्ष 2021 के लिए आनंद सागर स्मृति कथाकार सम्मान हिंदी के चर्चित कहानीकार पंकज मित्र को देने की घोषणा की गई है। इस सम्मान को देने का फैसला वरिष्ठ [...]

2021-10-01T17:20:02+05:30

सच्चिदानंद जोशी की पुस्तक का विमोचन

नई दिल्ली:  पुत्रिकामेष्टि कथा कहने के लिए साहस चाहिए। समाज में जिन विषयों पर सोचना भी वर्जित है, वहां सहजता से उस बात को लिख जाना, एक धारा के विपरीत [...]

2021-09-27T00:11:00+05:30

जागरण लेखन के विषयों की घोषणा, 5 लाख रु से अधिक के पुरस्कार

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: दैनिक जागरण के अखिल भारतीय हिंदी निबंध प्रतियोगिता के तीन श्रेणियों के विषयों की घोषणा कर दी गई है। पहली श्रेणी जो विद्यालय के विद्यार्थियों के [...]

2021-09-22T10:42:29+05:30

स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अवसर पर निबंध प्रतियोगिता

दैनिक जागरण हिंदी हैं हम की नई पहल, 5 लाख से अधिक के पुरस्कार जीतने का सुनहरा अवसर जागरण संवाददाता, नई दिल्ली:  हिंदी दिवस के अवसर पर दैनिक जागरण ने [...]

2021-09-15T20:32:47+05:30

प्रमोद भार्गव को मिलेगा डॉ सरोजिनी कुलश्रेष्ठ सम्मान

शिवपुरी:  लेखक-पत्रकार प्रमोद भार्गव को उपन्यास एवं कहानी लेखन के क्षेत्र में डॉ सरोजिनी कुलश्रेष्ठ सम्मान दिया जाएगा। मध्यप्रदेश लेखक संघ प्रतिवर्ष उपन्यास और कहानी लेखन के क्षेत्र में देश [...]

2021-09-15T20:32:45+05:30

मैत्रेयी पुष्पा को मिलेगा राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त सम्मान

झांसी:  बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग  और बुंदेलखंड साहित्य शोध समिति और डॉ. मैथिलीशरण गुप्त शिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान मे 03 अगस्त, 2021 मैथिलीशरण गुप्त और राष्ट्रीय चेतना विषय [...]

2021-08-03T14:57:03+05:30

देवेंद्र दीपक के साहित्य में जीवन दर्शन की भरमार: प्रो. भगत

नई दिल्ली : 'डॉ. देवेंद्र दीपक के साहित्य में  सूक्तियों की भरमार है। इन सूक्तियों में जीवन-दर्शन छिपा हुआ है। इनपर बड़े स्तर पर शोध होना चाहिए। उनकी रचना या [...]

2021-08-03T14:25:25+05:30

लापरवाहियों से खंडित होता इतिहास

[अनंत विजय] आलोचक नामवर सिंह की एक जीवनी प्रकाशित हुई है, नाम है ‘अनल पाखी’। इस जीवनी को लिखा है अंकित नरवाल ने। इस पुस्तक में हिंदी के शिक्षक-लेखक विश्वनाथ त्रिपाठी [...]

2021-07-28T16:56:26+05:30

छलक उठी रचना रस पूरित ‘नागरी’की गागरी

[कुमार अजय, वाराणसी] शिव व शक्ति के सायुज्य का केंद्र होते हुए भी काशी कभी भारतीय जीवन धारा के वाममार्गी मूल्यों के प्रति समर्पित नहीं हो सकी, इसलिए हिंदी साहित्य [...]

2021-06-18T11:46:03+05:30
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