नई दिल्ली: साहित्य अकादमी द्वारा रविंद्र भवन स्थित सभाकक्ष में साहित्य मंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में कैलिफोर्निया की प्रख्यात द्विभाषी कवयित्री, निबंधकार, लेखक, संपादक और अनुवादिका सोफ़िया नाज़ तथा अंग्रेज़ी कवि और संपादक सॉनेट मंडल ने अपनी कविताएं प्रस्तुत की. कार्यक्रम के प्रारंभ में साहित्य अकादमी के सचिव, डा. के. श्रीनिवासराव ने अतिथि कवियों का स्वागत साहित्य अकादमी की प्रस्तकें भेंट करके किया. इस अवसर पर सोफ़िया नाज़ ने अपनी जो कविताएं सुनाईं, उनमें से कुछ के शीर्षक थे – गुलमोहर’, ‘ओड टू अमनेशिया’, ‘क्वेशन’ (कवि शाहिद अली को समर्पित), ‘द टेस्ट आफ साइनाइड (भोपाल त्रासदी को समर्पित), ‘छप्पन छुरीऔर ओड टू स्केयर’. ये कविताएं उनके बहुचर्चित कविता-संग्रहों पाइंटिलिज्मऔर पेरीफेरिज़से प्रस्तुत की गईं थी.
 सॉनेट मंडल ने हाल ही में प्रकाशित अपने कविता-संग्रह कार्मिक चेंटिंगसे कविताएं प्रस्तुत कीं. उनके द्वारा पढ़ी गई कविताओं में कुछ के शीर्षक थे – द लास्ट मैंगो ट्री’, ‘टू सीरियन चिल्ड्रन’ (सीरियाई बच्चों को समर्पित) ग्रांड माँ’ (अपनी दादी को समर्पित) तथा एक पंक्ति की कविता व्हाई’, ‘असाइड्स आफ लाक्ड’. कविता पाठ के बाद श्रोताओं ने कवियों से कई प्रश्न पूछे जो कविताओं की पृष्ठभूमि से संबंधित थे. श्रोताओं की मांग पर सोफ़िया नाज़ ने अपने आने वाले कविता-संग्रह जीरो पीरियडसे भी कुछ कविताएं प्रस्तुत कीं. सॉनेट मंडल ने अपनी सचित्र कविता पुस्तक, जिसे उन्होंने सुकृता कुमार पॉल के साथ तैयार की है, के बारे में श्रोताओं को विस्तार से बताया. कार्यक्रम में दिल्ली के कई जाने-माने साहित्यकार उपस्थित थे.