नई दिल्ली: केंद्र देश की समृद्ध विरासत एवं संस्कृति को लेकर देशवासियों और नागरिकों की जागरूकता बढ़ाने की दिशा में गंभीरता से काम कर रही है और इसके लिए नागरिकों को देश के भीतर यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करने के प्रयास जारी हैं. इसके लिए सरकार पर्यटन के विकास पर सतत रूप से विशेष जोर देती रही है. केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में देश को पर्यटकों के अनुकूल बनाने तथा पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने पिछले कुछ वर्षों में जो कदम उठाए हैं, जो पहल की हैं, उनका विवरण दिया. उन्होंने बताया कि ‘देखो अपना देश‘ पहल शुरू करने के साथ ही ‘सेवा प्रदाताओं के लिए क्षमता निर्माण‘ योजना के तहत अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, ताकि बेहतर सेवा मानक प्रदान करने के लिए संबंधित श्रमबल या लोगों को प्रशिक्षित किया जा सके और उन्हें बेहतर बनाया जा सके. ‘अतुल्य भारत पर्यटक सुविधा प्रदाता प्रमाणन कार्यक्रम‘ का शुभारंभ किया गया, जो कि एक डिजिटल पहल है और जिसका उद्देश्य पर्यटकों को आवश्यक सहयोग प्रदान करने के लिए देश भर में अच्छी तरह से प्रशिक्षित प्रोफेशनल पर्यटक सुविधाप्रदाताओं का एक पूल या समूह बनाने की मंशा से एक आनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म बनाना है. पर्यटन मंत्रालय आतिथ्य सहित घरेलू संवर्धन एवं प्रचार योजना के अंतर्गत मेलों एवं उत्सवों तथा पर्यटन से संबंधित कार्यक्रमों जैसे कि सेमिनारों, सम्मेलनों इत्यादि के आयोजन के लिए राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है.
भारत की समृद्ध विरासत, संस्कृति को बढ़ावा देने से जुड़े पर्यटन स्थलों की जानकारी के लिए सातों दिन, चौबीस घंटे टोल फ्री बहुभाषी पर्यटक हेल्पलाइन भी शुरू की गई है. ई-वीजा वर्तमान में सात उप-श्रेणियों के अंतर्गत उपलब्ध है, अर्थात ई-पर्यटक वीजा, ई-बिजनेस वीजा, ई-मेडिकल वीजा, ई-मेडिकल अटेंडेंट वीजा, ई-कॉन्फ्रेंस वीजा, ई-आयुष वीजा और ई-आयुष अटेंडेंट वीजा. ई-पर्यटक वीजा भी 3 विकल्पों के तहत उपलब्ध है, पहला 05 वर्ष के लिए एकाधिक प्रवेश के साथ; दूसरा एक वर्ष के लिए एकाधिक प्रवेश के साथ, और तीसरा एक महीने के लिए डबल एंट्री के साथ. इसी तरह ‘आरसीएस उड़ान पर्यटन‘ के अंतर्गत पर्यटन मंत्रालय ने नागर विमानन मंत्रालय के साथ सहयोग किया है और प्रतिष्ठित स्थलों सहित महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थलों की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए 53 पर्यटन मार्गों को चालू किया है. पर्यटन मंत्रालय पर्यटकों को पर्यटन संबंधी बेहतरीन अनुभव प्रदान करने के लिए पर्यटन से संबंधित अवसंरचना और सुविधाओं के विकास के लिए ‘स्वदेश दर्शन‘, ‘तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, धरोहर संवर्धन अभियान पर राष्ट्रीय मिशन ‘प्रसाद”, और ‘पर्यटन अवसंरचना के विकास के लिए केंद्रीय एजेंसियों को सहायता‘ जैसी योजनाओं के तहत राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्रीय एजेंसियों को वित्तीय सहायता प्रदान करके सांस्कृतिक और धरोहर पर्यटन को भी बढ़ावा दे रहा है.