नई दिल्लीः आगमन संस्था ने ग़ज़लकार आलोक श्रीवास्तव को दुष्यंत कुमार आगमन शिखर सम्मान-2019 से नवाजने की घोषणा की है. यह सम्मान उन्हें आगामी 8 सितंबर को 'आगमन' के स्थापना दिवस समारोह में प्रदान किया जाएगा. इस आशय की सूचना के साथ संस्था ने आलोक श्रीवास्तव की टीवी पत्रकार के रूप में पेशागत उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उनकी रचना यात्रा का ब्योरा कुछ इन शब्दों में दिया है. "वे रिश्तों के कवि हैं और पेशे से टीवी पत्रकार…उनका ग़ज़ल संग्रह 'आमीन' एवं कहानी संग्रह 'आफ़रीन' सर्वाधिक चर्चित पुस्तकों में शुमार हो चुका है. उनकी ग़ज़लों की लोकप्रियता का अंदाज़ा इससे लगाया जा सकता है कि 'आमीन' का अनुवाद गुजराती, मराठी एवं पंजाबी भाषाओं सहित रूसी भाषा में भी हो चुका है. उन्होंने अनेक लोकप्रिय शायरों की पुस्तकों का संपादन भी किया है. वे ऐसे युवा कवि एवं शायर हैं जिनकी ग़ज़लों और गीतों को जगजीत सिंह, पंकज उधास, उस्ताद राशिद ख़ान, शुभा मुद्गल, शंकर महादेवन, रेखा भारद्वाज, शान, कैलाश खेर, मालिनी अवस्थी के साथ महानायक अमिताभ बच्चन ने भी अपनी आवाज़ दी है.
"जानी मानी सितारवादक अनुष्का शंकर के साथ उनका एल्बम 'ट्रैवलर' 2012 के ग्रैमी अवार्ड हेतु नामित हो चुका है. अवार्ड विनिंग इंडो-अमेरिकन फिल्म 'पतंग: द काइट' में उनका शीर्षक गीत है, तो सामाजिक मुद्दे पर बनी और राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फ़िल्म 'कांट टेक दिस शिट एनीमोरमें भी उनका ही लिखा थीम सॉन्ग है. मल्टी-स्टारर मूवी 'वोडका डायरीज' में उनके गीत और ग़ज़लें शामिल हैं. ग़ज़ल गायक जसविंदर सिंह द्वारा स्वरबद्ध एवं संगीतबद्ध किए गए उनके एल्बम 'इटर्नल' को 'बेस्ट एल्बम ऑफ़ द ईयर' का एएएमए अवार्ड मिल चुका है. मप्र साहित्य अकादमी द्वारा उन्हें दुष्यंत कुमार अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. मास्को में इंटरनेशनल पुश्किन अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं। उन्हें वाशिंगटन डीसी में इंटरनेशनल पोएट्री अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. उन्हें लन्दन में हाउस ऑफ़ कॉमन्स, ब्रिटिश पार्लियामेंट के परिसर में आयोजित कथा यूके द्वारा सम्मानित किया गया है एवं फ़िराक गोरखपुरी अवार्ड सहित मप्र उर्दू अकादमी द्वारा भी सम्मनित किया गया है. वे अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, साउथ अफ्रीका, केन्या, संयुक्त अरब अमीरात, दोहा (क़तर), कुवैत, बहरीन व अन्य अरब देशों सहित 20 से ज्यादा देशों की साहित्यिक यात्रा कर चुके हैं.